Anil Vij ने एक बार फिर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में अपने खिलाफ षड्यंत्र रचे जाने की बात कही। विज ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने उन्हें हराने के लिए कई चालें चली और यहां तक कि उनकी जान लेने की कोशिशें की गई। उन्होंने मामले की जांच की मांग की है और इसे एक साजिश करार दिया।
अंबाला छावनी विधानसभा सीट पर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए विज ने कहा कि चुनाव के दौरान प्रशासन ने जानबूझकर कई कार्य रोक दिए। नगर परिषद द्वारा मंजूर की गई सड़कों का निर्माण रुकवाया गया और अन्य कार्यों पर भी रोक लगा दी गई, ताकि उन्हें नुकसान पहुंचाया जा सके।
कार्यक्रम के दौरान मारपीट
विज ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान शाहपुर गांव में उनके खिलाफ एक हिंसक घटना की साजिश रची गई। उन्होंने बताया कि इस गांव में एक कार्यक्रम के दौरान अचानक कुछ लोग लाठी-डंडों के साथ हॉल में घुस आए और मारपीट करने लगे। विज ने सवाल उठाया कि उस समय पुलिस क्यों नदारद थी।
विज ने कहा कि उन्हें मिली जेड सुरक्षा घटना से एक दिन पहले ही आधी हटा ली गई थी। उन्होंने कहा कि इस दौरान सीआईडी को इसकी जानकारी क्यों नहीं थी और उनकी सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक क्यों हुई। विज ने इस घटना के लिए पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए।
कुछ कार्यकर्ताओं पर बगावत का आरोप
विज ने इस मामले में विपक्षी दलों पर भी कटाक्ष किया और कुछ कार्यकर्ताओं पर बगावत का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई लोग यह कहकर भ्रम फैला रहे थे कि वे चुनाव नहीं जीतेंगे, लेकिन अंत में सभी भविष्यवाणियां गलत साबित हुईं। विज ने आरोप लगाया कि आशीष तायल नामक व्यक्ति ने गली-गली जाकर लोगों को भाजपा के खिलाफ खड़ा किया। उन्होंने दावा किया कि तायल ने चित्रा सरवारा के खेमे में लोगों को शामिल कराया और उनके पास इसके सबूत हैं।