हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) की पहली सूची जारी होते ही बगावत शुरू हो गई है। दर्जनभर से अधिक सीटों पर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने नाराजगी जताते हुए इस्तीफे दे दिए हैं या मीटिंग बुलाकर फैसले करने की तैयारी में हैं। यह स्थिति बीजेपी के लिए भारी पड़ सकती है।
इस सूची में करीब 40 नए चेहरे शामिल किए गए हैं, वहीं कई दलबदलू नेताओं और परिवारवाद को भी तवज्जो मिली है। कुल 5 नेताओं को टिकट दी गई है जो पिछला चुनाव हारे थे। मुख्यमंत्री सहित चार विधायकों की सीटें बदली गई हैं और 2 मंत्री और 9 विधायकों के टिकट काटे गए हैं।
इस्तीफों और विरोध की लहर
सूची जारी होते ही रोहतक के महम से 2019 के उम्मीदवार शमशेर सिंह खरकड़ा के इस्तीफे की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। रतिया से विधायक लक्ष्मण नापा, सोनीपत से जिला उपाध्यक्ष संजीव वलेचा, और बीजेपी किसान मोर्चा चरखी दादरी के जिला अध्यक्ष विकास उर्फ भले चेयरमैन ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
हिसार की उकलाना रिजर्व सीट पर जेपी के पूर्व विधायक अनूप धानक को टिकट मिलने पर शमशेर गिल और पूर्व उम्मीदवार सीमा ने भी पार्टी छोड़ दी है। हिसार से कमल गुप्ता को टिकट मिलने पर पहले से ही बगावत की घोषणा करने वाले भाजपा जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन ने भी अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है।
सीनियर नेताओं का भी विरोध
बीजेपी के सीनियर लेवल के नेता भी बगावत के मूड में हैं। चरखी दादरी से विधायक रहे सुखविंदर शरण ने प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा के पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं, रनिया से देवीलाल के बेटे रणजीत चौटाला की टिकट काटे जाने पर उन्होंने सिरसा में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई है।
परिवारवाद पर निशाना
बीजेपी की इस लिस्ट में परिवारवाद के आरोप भी लग रहे हैं। कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई, किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी, राव इंद्रजीत की बेटी आरती राव, करतार सिंह भड़ाना के बेटे मनमोहन भड़ाना, और सतपाल सांगवान के बेटे सुशील सांगवान को टिकट दी गई है।
दलबदलू नेताओं को टिकट
बीजेपी की पहली लिस्ट में 10 दलबदलू नेताओं को टिकट दी गई है, जिसमें देवेंद्र बबली (जेजेपी), निखिल मदान (कांग्रेस), भव्य बिश्नोई (कांग्रेस), श्रुति चौधरी (कांग्रेस), रामकुमार गौतम (जेजेपी), पवन कुमार (जेजेपी), शक्तिरानी शर्मा (एचजेपी), श्याम सिंह राणा (इनेलो), और संजय काबलाना (जेजेपी) शामिल हैं।
जातिगत आंकड़े और टिकट वितरण
बीजेपी ने इस लिस्ट में 13 टिकट जाटों, 10 ब्राह्मणों, 7 पंजाबी, 5 वैश्य और 13 एससी उम्मीदवारों को दिए हैं। बिश्नोई समाज को 2 सीटें, सैनी समाज को 1 सीट, और सिख, कश्यप, कंबोज, राजपूत, प्रजापत को भी 1-1 टिकट दी गई है। वहीं, यादव और गुजर समाज को 5-5 सीटें दी गई हैं।
बगावत की दिशा और पार्टी की चुनौती
बीजेपी पार्टी में बगावत की शुरुआत हो चुकी है, अब देखना यह होगा कि यह बगावत कहां तक पहुंचती है और इसे रोकने के लिए पार्टी नाराज नेताओं को कैसे मनाएगी, ताकि चुनाव में नुकसान से बचा जा सके।