हरियाणा विधानसभा के नए अध्यक्ष का चयन होते ही सत्र में माहौल गर्म हो गया। मंत्री अनिल विज और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बीच तीखी बहस देखने को मिली। विज ने हुड्डा पर तंज कसते हुए कहा, “आपके पास जो कुछ था, हरियाणा की जनता ने उस पर काटा लगा दिया है।”
इस पर हुड्डा खड़े हो गए और जवाब दिया, “मैं पहले दिन विवाद नहीं चाहता। यह तरीका गलत है।” साथ ही, हुड्डा ने स्पीकर से कहा कि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए महीपाल ढांडा और अनिल विज पर नियंत्रण रखें।
सत्र की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई और इसके बाद राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने सबसे वरिष्ठ विधायक रघुवीर कादियान को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। कादियान ने सभी विधायकों को शपथ दिलाई। सबसे पहले मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शपथ ग्रहण की, इसके बाद मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों ने शपथ ली।
श्रुति चौधरी, मनदीप सिंह चट्ठा, आफताब अहमद, भारत भूषण बत्रा, अर्जुन चौटाला और अकरम खान ने अंग्रेजी में शपथ ली। वहीं, कृष्ण बेदी, जगमोहन आनंद, रामकुमार कश्यप, ओमप्रकाश यादव, लक्ष्मण यादव और घनश्याम दास अरोड़ा ने संस्कृत में, जरनैल सिंह और शीशपाल केहरवाला ने पंजाबी में, और मोहम्मद इलियास ने उर्दू में शपथ ली।
इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला ने मोबाइल का उपयोग करते हुए भाषण पढ़ा, जिस पर नए अध्यक्ष ने उन्हें टोकते हुए कहा कि भविष्य में सदन में मोबाइल का उपयोग नहीं होगा। इस घटना ने सत्र के पहले दिन की कार्यवाही में गहरी छाप छोड़ी और राजनीति का माहौल गर्माए रखा।