BIG BREAKING: पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने JJP के युवा नेता देवेंद्र कादियान के एक मामले में DNA टेस्ट का आदेश दिया है।दरअसल, एक महिला ने कादियान के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें महिला ने कहा कि उसके बेटे का पिता देवेंद्र कादियान है। जिसके बाद मामेल पर सुनवाई हुई और हाईकोर्ट ने 27 अगस्त को यह आदेश जारी किए, जिसकी कॉपी अब सामने आई है।
बात दें कि देवेंद्र कादियान पानीपत के रहने वाले हैं। वह जेजेपी नेता एवं प्रदेश के पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला के जीजा हैं। दूसरी तरफ, इस आदेश के बाद न केवल कादियान विधानसभा चुनाव के बीच मुश्किलों में घिर गए हैं बल्कि UP-UK के पूर्व सीएम एनडी तिवारी की तर्ज पर इसी तरह ‘DNA’ टेस्ट से विवादों में आ गए हैं।
कादियान ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया
मामले में JJP नेता कादियान ने कहा कि वह DNA टेस्ट के लिए तैयार हैं। हालांकि चुनाव के वक्त फर्जी डॉक्यूमेंट्स के जरिए रची यह राजनीतिक साजिश और पैसे ऐंठने का मामला है। महिला का हर बार इलेक्शन का काम है, पीछे लग जाते हैं। फेक डॉक्यूमेंट बनवाकर कोर्ट में डाल दिया और कोर्ट से आदेश करा लिए। हम भी इनके खिलाफ कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे हैं। मैं DNA टेस्ट के लिए तैयार हूं। अगर कोर्ट कह रही है तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। झूठे डॉक्यूमेंट्स से रची यह राजनीतिक साजिश है। यह मामला 2002 से चल रहा है। हर बार चुनाव नजदीक आता है तो यही काम होता है। यह पैसे ऐंठने का मामला है। कानूनी जो भी होगा देखेंगे।
आखिर क्यों हैं कादियान ‘एनडी तिवारी’ राह पर?
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर ने दावा किया था कि एनडी तिवारी उनके जैविक पिता हैं, हालांकि वो उन्हें और उनकी मां को अपना नहीं रहे। इसे साबित करने के लिए उन्होंने साल 2008 में कोर्ट में मुकदमा दायर किया था। जिस पर कोर्ट ने डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया था। पहले तो एनडी तिवारी ने डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार कर दिया था लेकिन बाद में इसके लिए तैयार हुए। साल 2012 में दिल्ली हाईकोर्ट ने तिवारी की डीएनए रिपोर्ट के रिजल्ट की घोषणा करते हुए कहा था कि नारायण दत्त तिवारी दिल्ली निवासी रोहित शेखर के बायोलॉजिकल पिता हैं।
इस मुकदमे के बाद ही एनडी तिवारी ने रोहित की मां उज्जवला तिवारी से 88 साल की उम्र में शादी की। दरअसल उज्जवला से एनडी तिवारी के पुराने प्रेम संबंध रहे, मगर उन्होंने शादी नहीं की थी। विवाद सुलझने के बाद उज्ज्वला एनडी तिवारी के लखनऊ वाले घर में रहने लगी थीं।
राजनीति से देवेंद्र कादियान के परिवार का गहरा नाता
देवेंद्र कादियान के पिता स्व. सतबीर सिंह कादियान इनेलो राज में इफ्को के चेयरमैन और हरियाणा विधानसभा के स्पीकर रहे हैं। देवेंद्र कादियान ने 2019 का विधानसभा चुनाव जजपा के टिकट पर लड़ा था और भाजपा के पंचायत एवं सहकारिता मंत्री महिपाल ढांडा को कड़ी टक्कर दी थी। उन्होंने यहां से करीब 47,500 वोट मिले थे।
गठबंधन सरकार में पानीपत ग्रामीण विधानसभा भाजपा के कोटे में जाते देख देवेंद्र कादियान ने कांग्रेस के गढ़ समालखा विधानसभा में मैदान तैयार किया। इन साढ़े चार साल में वे समालखा के साथ पानीपत ग्रामीण विधानसभा में लगातार सक्रिय रहे। पार्टी ने उनको प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी दी और कई जिलों के प्रभारी भी रहे।