Haryana के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधु और भिवानी के तोशाम से विधायक किरण चौधरी कांग्रेस छोड़ने जा रही हैं। खबर है कि किरण चौधरी अपनी बेटी, पूर्व सांसद श्रुति(Kiran-Shruti) चौधरी के साथ 19 जून को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होंगी। वे दोनों दिल्ली जाकर BJP के मुख्यालय में पार्टी में शामिल होंगी। यह निर्णय सोमवार को दिल्ली में हुई भाजपा की बैठक में लिया गया था।
किरण चौधरी की नाराजगी का कारण यह है कि लोकसभा चुनाव में उनकी बेटी श्रुति चौधरी को भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से टिकट नहीं मिला। किरण चौधरी ने कई बार मीडिया के सामने कहा है कि कांग्रेस में उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है ताकि उन्हें राजनीतिक तौर पर खत्म किया जा सके। किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी के अलावा, कांग्रेस के एक और नेता, पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा के भी पार्टी छोड़ने की खबरें हैं। हालांकि कुलदीप शर्मा अभी कांग्रेस में हैं, लेकिन सूत्रों का कहना है कि वे भी जल्द ही BJP में शामिल हो सकते हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने 5-5 सीटों पर जीत हासिल की है। किरण चौधरी चाहती थीं कि उनकी बेटी श्रुति चौधरी को भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से टिकट मिले, लेकिन कांग्रेस ने इस बार श्रुति चौधरी का टिकट काटकर यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी राव दान सिंह को दे दी। इससे किरण चौधरी नाराज हो गईं और उन्होंने और उनकी बेटी ने चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूरी बना ली। परिणामस्वरूप, राव दान सिंह चुनाव हार गए।
पूर्व डिप्टी स्पीकर को भी नहीं दिया था टिकट
इसी तरह करनाल सीट से पूर्व डिप्टी स्पीकर कुलदीप शर्मा भी टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन उनकी जगह युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दिया गया। दिव्यांशु बुद्धिराजा को भाजपा के हैवीवेट प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सामने उतारा गया। कुलदीप शर्मा ने दिव्यांशु के चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई, जिसके कारण कांग्रेस के प्रत्याशी को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा।
सभी कार्यक्रमों से बनाए हुए दूरी
कुलदीप शर्मा, जो सोनीपत की गन्नौर विधानसभा सीट से विधायक हैं, सभी कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं। पांच सीटें जीतने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव की तैयारियों की शुरुआत करनाल से की है। 16 जून को करनाल में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में भी कुलदीप शर्मा नहीं पहुंचे। इसके बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि कुलदीप शर्मा भी कभी भी कांग्रेस छोड़ सकते हैं।
राजनीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन
किरण चौधरी और उनकी बेटी श्रुति चौधरी का BJP में शामिल होना हरियाणा की राजनीति में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकता है। यह निर्णय कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, खासकर जब राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियां हो रही हैं। कांग्रेस में नेताओं की नाराजगी और पार्टी छोड़ने की खबरें पार्टी के लिए चिंताजनक हो सकती हैं। कुल मिलाकर, किरण चौधरी और श्रुति चौधरी का BJP में शामिल होना कांग्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान है।