हरियाणा के पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने हिसार लोकसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रणजीत सिंह चौटाला को उनके बयान पर घेरने का काम किया है। रणजीत सिंह चौटाला के कांग्रेस नेताओं द्वारा भाजपा की मदद करने के बयान पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि रणजीत सिंह को कुछ न कुछ तो कहना पड़ेगा। अकेले मनोहर लाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर तो हरियाणा में वोट नहीं मिलते, इसलिए उन्होंने विपक्ष का नाम लेना शुरू कर दिया, लेकिन कांग्रेस पार्टी जो आज है, उसका यह धर्म है कि वह कांग्रेस उम्मीदवार की मदद करें। इसी दिशा में मैं चाहता हूं कि हम इसका प्रयास करेंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह जींद के उचाना में समर्थकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के साथ पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह भी पहुंचे। उनके अलावा हिसार लोकसभा से इंडिया गठबंधन उम्मीदवार जयप्रकाश ने भी बैठक में भाग लिया। इस दौरान जयप्रकाश ने बीरेंद्र सिंह एवं उनके समर्थकों से वोट की अपील की। भाजपा उम्मीदवारों द्वारा काम नहीं, बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई स्टैंड नहीं है। वह एक स्टैंड पर रहे तो शायद वोट मिल जाए, लेकिन वह हर रोज बदलते है। कभी मंगलसूत्र है तो कभी हिंदू-मुस्लिम की एकता। ताजा खबर है कि अब वह हिंदू-मुस्लिम की एकता की बात करते है। आज से 10 दिन पहले वह कह रहे थे कि यह तो मुस्लिम समाज जो है, उसको आरक्षण दे रहे हैं 15 प्रतिशत काट कर। ये सारी बातें उनकी एक सोच एक उनके प्रति लोगों का झुकाव था, वह धीरे-धीरे कम हो रहा है। उनको लगता है कि यह बिल्कुल खत्म न हो जाए, इसलिए नया नारा निकाल कर लाते है। 2019 वाली मोदी के नाम की लहर इस बार नहीं है।
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि मेरे समर्थकों की इच्छा थी कि जो इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार है, वह उनके बीच आए। उन्होंने कहा कि चुनाव में वोट की अपील करने के साथ चुनाव में काम करने की अपील करें, इसलिए यह बहुत जरूरी बैठक थी। इसके अच्छे संदेश लोगों में जाएगा, कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ेगा। जयप्रकाश के बैठक में पहुंचने पर दोनों नेताओं के दिल मिलने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि दिल मिलने की बात नहीं है, यह पार्टी का कार्यक्रम है। हम अगर उसमें कोताही करें या चुनाव लडऩे वाला कोताही करें तो दोनों में कहीं न कहीं दोष है। हम ऐसी स्थिति पैदा नहीं करना चाहते। वह पार्टी के लिए, इंडिया गठबंधन के लिए, जयप्रकाश के लिए पूरी मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों से वोट मांगें जाएंगे। साथ ही जहां मेरी जरूरत होगी वहां मैं जाऊगा। उचाना ही नहीं, बल्कि जहां भी मुझे बुलाएंगे वहां जाऊगा।
बीरेंद्र सिंह ने कहा कि उचाना हलके में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को कभी बड़ी जीत नहीं मिली है, लेकिन इस बार उचाना हलके से कांग्रेस को बड़ी जीत मिलने की उम्मीद है। किसान किसी एसोसिएशन, यूनियन के नहीं, बल्कि उसके मन की बात है कि उसे भाजपा में इंसाफ नहीं मिला है। इसलिए हम इस व्यवस्था को बदलने को, कांग्रेस एवं इंडिया गठबंधन को मदद करने का फैसला लेते हैं। यह फैसला किसी एक व्यक्ति विशेष का नहीं, न ही किसी एसोसिएशन का। संयुक्त किसान मोर्चा का यह फैसला है कि कहीं भी इंडिया गठबंधन या कांग्रेस का उम्मीदवार एसकेएम मदद करेगा।
भाजपा और जेजेपी के नेताओं के हो रहे विरोध पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इस तरह की कोई बात शोभनीय नहीं है। यह जो हमारे सामाजिक स्तर में गिरावट आ रही है, यह उसका प्रतीक है। मैं इस बात की पूरी तौर पर निंदा करता हूं। ऐसे आदमियों को राजनीति नहीं, बल्कि सामाजिक तौर पर जो महत्वपूर्ण खाप, पंचायतें हैं, इनको चाहिए कि इन चीजों के खिलाफ आवाज उठाएं। चुनाव में जिसको वोट देना है, उसको दें, लेकिन इस तरह की बाधा डालना गलत है। यह हमारे सामाजिक रिश्तों में खटास पैदा करता है।