हरियाणा से बीजेपी उम्मीदवार Rekha Sharma निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गई हैं। कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी के उम्मीदवार ने उनके खिलाफ नामांकन नहीं भरा, जिसके चलते उनकी जीत पहले से ही तय मानी जा रही थी। आज, 13 दिसंबर को नामांकन वापसी की अंतिम तारीख थी। इसके बाद रिटर्निंग अधिकारी आईएएस अशोक कुमार मीणा ने रेखा शर्मा को जीत का सर्टिफिकेट सौंपा। उनका कार्यकाल 2028 तक रहेगा।
बीजेपी की ताकत का एक और प्रदर्शन

रेखा शर्मा, जो राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रह चुकी हैं, को बीजेपी ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था। हरियाणा विधानसभा में 90 सीटों में से बीजेपी के पास 48 विधायक हैं और 3 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी है। ऐसे में उनकी जीत पहले से सुनिश्चित थी।
समारोह में जुटे दिग्गज
जीत के बाद हरियाणा भवन में बीजेपी की ओर से रेखा शर्मा का स्वागत समारोह आयोजित किया जाएगा। इस दौरान शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, पूर्व विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता और समाज कल्याण बोर्ड हरियाणा की अध्यक्ष सुमित्रा चौहान समेत कई भाजपा नेता मौजूद रहेंगे।
हरियाणा में बीजेपी का राज्यसभा पर दबदबा
हरियाणा की 5 राज्यसभा सीटों में से 4 पर बीजेपी का कब्जा हो चुका है। रेखा शर्मा के अलावा सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा, और किरण चौधरी बीजेपी की ओर से राज्यसभा में हैं। इसके अलावा, निर्दलीय सांसद कार्तिकेय शर्मा भी बीजेपी के समर्थन से राज्यसभा पहुंचे हैं।

क्या विपक्ष की रणनीति कमजोर हो रही है?
रेखा शर्मा की निर्विरोध जीत ने सवाल उठाए हैं कि क्या विपक्ष ने मुकाबला छोड़ दिया है। हरियाणा की राजनीति में बीजेपी का बढ़ता दबदबा विपक्ष के लिए चुनौती बनता जा रहा है।