Haryana में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा(BJP) को बड़ा झटका लगा है। 2019 के मुकाबले भाजपा का वोट शेयर(vote share) करीब 11% गिर गया है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और नायब सैनी की जोड़ी भी पार्टी को नुकसान नहीं बचा पाई।
बता दें कि चुनाव के बाद लोग यह बात सोच रहे हैं कि इस बार के चुनावों में भाजपा के लिए खुद को चोट पहुंचाने जैसा है। यह चुनौती अगले सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी असर डालेगी। विधानसभा चुनाव के पहले सिर्फ 3 महीने बचे हैं, जिसमें सीएम सैनी को अपने नारे को बदलने का मौका है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 46.06% वोट प्राप्त हुआ है, जबकि 2019 में यह 58% था। इसका मतलब है कि पार्टी के वोट शेयर में 11.06% की कमी हुई है। कांग्रेस ने इस बार भाजपा को 43.73% वोट प्राप्त किया है, जबकि 2019 में उन्हें सिर्फ 28.42% वोट मिला था।

इस बार कांग्रेस के वोट शेयर में 15.31% की वृद्धि हुई है। भाजपा ने 2014 में सत्ता में आते ही मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया था। 2019 में उन्होंने JJP के साथ सरकार बनाई। पहले टर्म में भाजपा का वोट शेयर 34.7% था, जो 5 सालों में 58% तक पहुंच गया। लेकिन इस बार भाजपा के कैडर में कमी देखने को मिली है। इस बार उनका वोट शेयर 46% के करीब था। यानी कैडर वोट में कमी आई है, जो भाजपा के लिए चिंताजनक संकेत है।
