Haryana News : हरियाणा के जिला करनाल में सरकार के 44 करोड़ रुपये डकार कर बैठे डिफॉल्टर शराब ठेकेदार मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का स्वागत करते नजर आए हैं। डिफाल्टर ठेकेदारों ने करनाल सीट पर विधानसभा का उपचुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री नायब सैनी को लड्डुओं से भी तोला। इस बात का पता चलते ही चर्चा होने लगी हैं कि करोड़ों रुपये की रिकवरी के नोटिस से बचने के लिए शराब ठेकेदारों ने यह चालाकी की है। आबकारी एवं कराधान विभाग की तरफ से इन डिफाल्टरों को नोटिस जारी हो चुके हैं। जिसमें कहा गया है कि अगर 15 दिन में बकाया राशि जमा नहीं कराई गई तो विभाग ठेकेदारों की संपत्ति को अटैच करके पैसा वसूलेगा।
चर्चा का माहौल है कि डिफाल्टर ठेकेदार विभाग की वसूली से बचने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को खुश करने का प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि शराब ठेकेदार मुकेश बलड़ी ने शुक्रवार को कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें वह शराब ठेकेदार भी शामिल हुए, जिन्हें सरकार का बकाया करोड़ों रुपये देना है। विभाग द्वारा उन्हें बकाया राशि जमा करवाने के लिए नोटिस दिए गए हैं। वहीं अब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के डिफाल्टर शराब ठेकेदारों के कार्यक्रम में जाने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिस पर करनाल भाजपा के मीडिया इंचार्ज डॉ. अशोक ने अपनी सफाई दी है। उनका कहना है कि अगर मुख्यमंत्री नायब सैनी को पता होता कि शराब ठेकेदार मुकेश बलड़ी विभाग का डिफॉल्टर है तो वह उक्त कार्यक्रम में शामिल नहीं होते। उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है।
बता दें कि जिला आबकारी विभाग में लंबे समय से एक खेल चल रहा है। जिसमें शराब ठेकेदार अपने रिश्तेदारों, जानकारों के साथ मिलकर एक फर्म बनाते हैं और फिर विभाग से शराब के ठेके अलॉट कराते हैं। बाद में वह शराब के ठेकों की फीस जमा नहीं कराते और लाखों, करोड़ों रुपये का गबन कर लेते हैं। इसके बाद वहीं शराब ठेकेदार दोबारा किसी अन्य नाम से नई फर्म बनाते हैं और फिर से गबन किए हुए सरकार के लाखों रुपयों से दोबारा शराब के ठेके छुड़वा लेते हैं। फिर से शराब के ठेकों की फीस जमा नहीं कराते और दोबारा लाखों रुपये के देनदार बन जाते हैं।
माना जाता है कि विभाग के अधिकारियों को इस खेल का पता है, लेकिन वह शराब ठेकेदारों को सरकार के लाखों रुपयों का गबन करने का मौका देते हैं। यह पूरा खेल विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर शराब ठेकेदार खेलते हैं। यही कारण है कि वर्ष 2015 से 2019 के बीच सरकार के करोड़ों रुपये का गबन करने वाले कुछ शराब ठेकेदारों को दोबारा शराब के ठेके दिए गए हैं।
करनाल जिला आबकारी एवं कराधान विभाग के डीईटीसी नीरज के अनुसार शराब के ठेके लेकर सरकार की फीस जमा न कराने वाले वर्ष 2015 से 2019 व 2023 के डिफाल्टरों को नोटिस जारी कर दिया है। नोटिस के बाद भी डिफाल्टरों ने फीस जमा नहीं कराई तो उनके खिलाफ आगामी कार्रवाई की जाएगी। इस वर्ष की 99 प्रतिशत रिकवरी हो चुकी है। बाकी भी जल्द कर ली जाएगी।
इन बकायेदार लोगों को दिए गए हैं दोबारा शराब के ठेके
मुकेश बलड़ी, वर्ष 2016 व 2018 व 2019 में शराब का ठेका मिला, 4 करोड़ 41 लाख 445 रुपये की देनदारी
रघुबीर सिंह बलडी, वर्ष 2016 व 2017 में ठेका मिला, एक करोड़ 45 लाख 81 हजार 523 रुपये की देनदारी
हरिंद्र पाल सिंघड़ा, वर्ष 2017 व 2018 में ठेका मिला, 2 करोड़ 68 लाख 37 हजार 861 रुपये की देनदारी
प्रदीप मंगलौरा, वर्ष 2016 व 2017 में ठेका मिला, 94 लाख 38 हजार 538 रुपये की देनदारी
सोनू जींद, वर्ष 2016 व 2017 में ठेका मिला, 22 लाख 71 हजार 788 रुपये की देनदारी
सत्यवान निगदू, वर्ष 2016 व 2018 में ठेका मिला, 21 लाख 68 हजार 697 रुपये की देनदारी
दीपक बलड़ी, वर्ष 2018 व 2019 में ठेका मिला, 12 लाख 77 हजार 680 रुपये की देनदारी
जानिए किन लोगों को जारी किए गए नोटिस
बकायेदार जयकुमार निवासी जींद ने 1524249 रुपये, जोगिंद्र पाल निवास चंडीगढ़ ने 185248 रुपये, जयप्रकाश ने 18776 रुपये सरकार के देने हैं। इसी प्रकार बकाएदार अनिल कुमार पानीपत ने 38205 रुपये, गुरजंट सिंह बुढ़नपुर ने 13049571 रुपये, मुकेश कुमार बलड़ी ने 44100445 रुपये, प्रदीप मंगलौरा ने 9438538 रुपये, रघुबीर सिंह बलडी ने एक करोड़ 4581523 रुपये, रामकुमार नीलोखेड़ी 1649979 रुपये, संजय कुमार सोनीपत 22540 रुपये, सत्यवान निगदू ने 2168697 रुपये, सोनिया सेक्टर-8 ने 44093 रुपये, सोनू कुमार जींद ने 2271788 रुपये, सुशील करनाल ने 1363242 रुपये, यतेंद्र गुप्ता सेक्टर-13 ने 36673 रुपये, हरदीप सिंह इंद्री ने 159455 रुपये, हरिंद्र पाल सिंह गांव सिंगड़ा ने 26837861 रुपये बकाया हैं।
वहीं ओमबीर गांव ब्रास ने 14465253 रुपये, सतीश अराईपुरा ने 11430108 रुपये, जोगिंद्रपाल ने 56792 रुपये, आकाशदीप सैक्टर-13 ने 496240 रुपये, दीपक कुमार बलडी ने 1277680 रुपये करनैल सिंह दरड़ ने 14086517 रुपये, कृष्ण कुमार अंजनथली ने 1094240, नरेंद्र नरवाल पानीपत ने 938115, प्रदीप कुमार कैथल ने 2179200 रुपये, नरेश कुमार अनजथली ने 4541160 रुपये, दीपक मैहला गांव बलडी, रविंद्र गुप्ता निवासी सेक्टर-13 करनाल, सत्यवान गांव बलडी, रामदयाल गांव बलडी ने 1390 97287 रुपये, जरनैल सिंह कैथल ने 9211930 रुपये, नरेश एंड कंपनी पानीपत ने 43943907, राजेश जींद ने 23431998 रुपये, सुभाष चंद्र सोनीपत ने 14456568 रुपये, सुरेश कुमार निगदू ने 1261225 रुपये, रजत गुड़गांव ने 35454500 रुपये सरकार के देने हैं। इन सभी को नोटिस जारी किया गया है।