Haryana Politics : हरियाणा में जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार को कुलदीप बिश्नोई को याद आ चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी वीरवार सुबह कुलदीप बिश्नोई के दिल्ली स्थित आवास पर उनसे मुलाकात करने पहुंचे। बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने कुछ समय पहले ही कुलदीप की टिकट काटकर उन्हें दरकिनार करने का काम किया था। इसके बाद कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे भव्य बिश्नोई ने भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बना ली है। आज प्रदेश के सीएम सैनी खुद पिता-पुत्र से मिलने दिल्ली पहुंचे। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव सहित कई मुद्दों पर दोनों के बीच बातचीत हुई है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने हिसार लोकसभा सीट से रणजीत चौटाला को उम्मीदवार बनाया है। उम्मीद जताई जा रही थी कि हिसार से कुलदीप बिश्नोई बीजेपी उम्मीदवार होंगे, लेकिन उनकी जगह पार्टी ने रणजीत चौटाला को प्रत्याशी चुना है। जिसके बाद माना जा रहा था कि कुलदीप बिश्नोई भाजपा से नाराज चल रहे हैं। इस तरह की चर्चा के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली स्थित आवास पर कुलदीप बिश्नोई से मुलाकात की है। बता दें कि कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस से नाराज होकर 4 अगस्त 2022 को भाजपा का दामन थामा था। उनके बेटे भव्य बिश्नोई भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे।

हरियाणा में सीएम चेहरा बदले जाने के बाद कयास थे कि भव्य बिश्नोई को नए कैबिनेट में जगह मिल सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। फिर चर्चा थी कि कुलदीप बिश्नोई को हिसार लोकसभा सीट से टिकट मिल सकता है। भाजपा ने कुलदीप बिश्नोई की जगह रणजीत चौटाला को हिसार लोकसभा सीट से चुनावी रण में उतार दिया। इसके बाद से कुलदीप बिश्नोई की नाराजगी जगजाहिर होने लगी है। हालांकि कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर अपनी वीडियो जारी कर पहले भाजपा के सभी प्रत्याशियों को बधाई दी थी।

इसके बाद उन्होंने हाल ही में सोशल मीडिया पर खुद को आरएसएस और भाजपा का कार्यकर्ता बताया था। वहीं अब उनके पास रविवार से ही कई लोगों के फोन आ रहे हैं। उनकी सभी से गुजारिश है कि हमें मायूस नहीं होना है। अभी ज़िंदगी बहुत लंबी पड़ी हुई है। आज हमारी प्राथमिकता हमारा देश होना चाहिए, इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है।

