हरियाणा के पूर्व मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी, कैप्टन अजय सिंह यादव ने Congress छोड़ने के दो दिन बाद यू-टर्न ले लिया। सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए उन्होंने कहा, “मैं जन्म से कांग्रेसी हूं और आखिरी सांस तक कांग्रेसी ही रहूंगा।” अजय सिंह यादव ने खुलासा किया कि उनके बेटे चिरंजीव राव ने उन्हें कांग्रेस पार्टी में बने रहने के लिए प्रेरित किया और अतीत को भूलने की सलाह दी।
यादव ने पहले OBC विभाग के लिए की गई अपनी मेहनत को न सराहे जाने पर नाराजगी जाहिर की थी, लेकिन अब उन्होंने ठंडे दिमाग से कांग्रेस को मजबूत करने का फैसला किया है।
अजय सिंह यादव ने कहा कि कुछ कठोर शब्दों ने उन्हें यह कठोर कदम उठाने पर मजबूर किया था, लेकिन अब उन्होंने ठंडे दिमाग से कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का फैसला किया है। खासतौर पर अपनी नेता सोनिया गांधी के मार्गदर्शन को देखते हुए। उन्होंने बताया कि उनके बेटे चिरंजीव राव ने उन्हें अतीत को भुलाकर कांग्रेस के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
पहले राहुल गांधी पर साधा था निशाना
कैप्टन अजय सिंह यादव ने पहले राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह चापलूसों से घिरे हुए हैं और केंद्रीय नेताओं से संपर्क करना अब मुश्किल हो गया है। उन्होंने यह भी कहा था कि कोई अपने पिता के सहयोगी का अपमान नहीं करता और राहुल गांधी का यह रवैया पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।
OBC सेल के अध्यक्ष पद से दिया था इस्तीफा
17 अक्टूबर को कैप्टन अजय सिंह यादव ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और OBC सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने इस्तीफे में कहा था कि पार्टी हाईकमान द्वारा उनके साथ किए गए बुरे व्यवहार से वह निराश हैं। विधानसभा चुनाव के समय पार्टी ने उन्हें गुरुग्राम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का मौका नहीं दिया, जिससे वे नाराज थे।
बेटे चिरंजीव की हार के बाद भी जताई थी नाराजगी
कैप्टन अजय यादव के बेटे चिरंजीव राव ने रेवाड़ी सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए। इस हार के बाद यादव ने पार्टी नेताओं पर लापरवाही का आरोप लगाया था और OBC विभाग के पद को झुनझुना बताया था। हालांकि, पार्टी ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की थी।
कैप्टन अजय यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के समधी भी हैं। उनके बेटे चिरंजीव राव की शादी 2011 में लालू यादव की बेटी अनुष्का से हुई थी।