Haryana Politics : हरियाणा में लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचलों का दौर जारी है। प्रदेश में कई ऐसा नेता हैं, जो अब तक अपनी पार्टियों को अलविदा कहकर अन्य राजनीतिक दलों में शामिल हो चुके हैं। टिकट नहीं मिलने के संशय को लेकर दिग्गज नेता भी पार्टियों का दामन छोड़ अन्य दूसरी राजनीतिक पार्टियों में शामिल होने का मन बनाते नजर आ रहे हैं। वहीं पूर्व मंत्री एवं टोहाना से जननायक जनता पार्टी के विधायक एवं पूर्व मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि बेड़ियों से आजाद होने का रास्ता साफ हो गया है।
गौरतलब है कि अगर देवेंद्र बबली जजपा को अलविदा कहते हैं तो पार्टी को जिला फतेहाबाद से यह दूसरा झटका होगा। इससे पहले बबली के ही विधानसभा क्षेत्र टोहाना से आने वाले प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह जजपा को इस्तीफा देकर अलविदा कह चुके हैं। बता दें कि अब हरियाणा के पूर्व पंचायत मंत्री एवं जजपा के विधायक देवेंद्र बबली ने पार्टी छोड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर 8 लाइनों की शायरी लिखी है। इसको लेकर उनके जजपा छोड़ने की अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है।
पूर्व मंत्री बबली ने एक्स पर लिखा कि जो तुझ से लिपटी बेड़ियां, समझ न इनको वस्त्र तू। ये बेड़ियां पिघाल के, बना ले इनको शस्त्र तू। तू खुद की खोज में निकल, तू किस लिए हताश है। तू चल तेरे वजूद की समय को भी तलाश है। बता दें कि वर्ष 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में टोहाना सीट से कांग्रेस की टिकट न मिलने के बाद देवेंद्र बबली ने जजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। उस दौरान एक लाख से भी ज्यादा वोट पाकर उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला को करारी शिकस्त दी थी। बाद में जजपा कोटे से उन्हें दिसंबर 2021 में विकास एवं पंचायत मंत्री बनाया गया था।
अब देवेंद्र बबली की इन पंक्तियों का राजनीतिक विशेषज्ञों से भावार्थ समझने की कोशिश करेंगे तो पाएंगे कि यह बेड़ियां जजपा की हैं। जिसमें वह पिछले 5 वर्षों से बंधे हुए हैं, लेकिन अब विधानसभा चुनावों से ठीक पहले वह इन बेड़ियों को तोड़कर न सिर्फ जजपा से मुक्ति पाना चाह रहे हैं, बल्कि आने वाले वक्त में उल्टा जजपा के लिए ही चुनौती बनने के लिए भी तैयार है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अब अपनी पोस्ट के बारे में ज्यादा जानकारी तो टोहाना से विधायक देवेंद्र सिंह बबली ही दे सकते हैं।
गौरतलब है कि करीब डेढ़ माह पहले भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद जजपा के 5 विधायक बागी हैं। इनमें पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली का भी नाम शामिल है। गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के लिए विशेष सत्र बुलाया था। इस सत्र के लिए जजपा की ओर से पार्टी के विधायकों के लिए व्हिप जारी किया था। इस व्हिप में लिखा था कि कोई भी विधायक इस सेशन में भाग नहीं लेगा, लेकिन फिर कुछ विधायक सत्र में पहुंचे थे। इनमें बबली भी थे। इससे पहले बबली नए मुख्यमंत्री नायब सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होने के लिए पहुंचे थे।