देश की सबसे अमीर महिला Savitri Jindal ने लोकसभा चुनाव 2024 के पहले कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया है। ओपी जिंदल समूह की चैयरमैन और हरियाणा की पूर्व मंत्री Savitri Jindal ने बुधवार 27 मार्च की देर रात घोषणा करते हुए कहा कि, वह कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही है।
सावित्री जिंदल ने सोशल मीडिया अकांउट एक्स पर लिखा है कि, मैनें विधायक के रुप में 10 साल हिसार की जनता का प्रतिनिधित्व किया और मंत्री के रुप में हरियाणा प्रदेश की निस्वार्थ सेवा की है। हिसार की जनता ही मेरा परिवार है और मैं अपने परिवार की सलाह पर आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं। आगे लिखा, कांग्रेस नेतृत्व के समर्थन के लिए व साथियों का, जिन्होंने हमेशा मुझे अपना सहयोग और मान-सम्मान दिया। उनकी सदैव आभारी रहूंगी। सावित्री जिंदल से पहले उनके बेटे और पूर्व सांसद नवीन जिंदल ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दिया है।
पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों की करी तारीफ
रिपोर्ट्स के मुताबिक सावित्री जिंदल ने जिंदल हाउस पर कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद भाजपा में शामिल होने की घोषणा की है। कहा जा रहा है कि सावित्री जिंदल आज भाजपा में शामिल होंगी। सावित्री जिंदल ने पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों की तारीफ की है और उन्हें पिछली सरकारों से बेहतर बताया है।
सावित्री जिंदल, हरियाणा की एक अमीर महिला हैं। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक उनकी कुल संपत्ति लगभग 25 अरब डॉलर है। ये गिनी-चुनी अमीरों की सूची में पांचवें नंबर पर आ गई हैं। पिछले कुछ सालों में उनकी संपत्ति में काफी वृद्धि हुई है।
जिंदल ग्रुप के साथ गहरा रिश्ता
बता दें कि सावित्री जिंदल का जिंदल ग्रुप के साथ गहरा रिश्ता है। उनके पति ओमप्रकाश जिंदल ने इस ग्रुप की शुरुआत की थी। इस ग्रुप का कारोबार देश-विदेश में है। शुरुआत में ओमप्रकाश ग्रुप को स्वयं संभालते थे, लेकिन 2005 में उनकी एक हादसे में मौत हो गई। जिसके बाद से सावित्री जिंदल ने ग्रुप की कमान संभाली है। सावित्री जिंदल ने राजनीति में भी अपना योगदान दिया है। उनके बेटे नवीन जिंदल 2005 में कांग्रेस की टिकट पर कुरुक्षेत्र से सांसद रहे। उन्होंने कई साल तक राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई।
भरपूर संघर्ष और मेहनत भरा रहा जीवन
सावित्री जिंदल का जीवन भरपूर संघर्ष और मेहनत से भरा रहा है। जब उनके पति की मौत हो गई, तो उन्होंने खुद ही बड़े कारोबार की जिम्मेदारी ग्रहण की। वे कॉलेज तक नहीं पहुंच पाई थीं, लेकिन उन्होंने अपने कारोबार को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
राजनीति में भी छोड़ा अपना साया
इन्होंने राजनीति में भी अपना साया छोड़ा, परंतु अपने परिवार और कारोबार की देखभाल में वे हमेशा सक्रिय रही हैं। उनका जीवन हमें दिखाता है कि संघर्ष, समर्पण और संघर्षशीलता से कोई भी मुश्किलाईयों का सामना किया जा सकता है और सफलता प्राप्त की जा सकती है।