हरियाणा के जिला हिसार से जननायक जनता पार्टी की प्रत्याशी नैना चौटाला ने कहा कि आज मैं एक प्रतिनिधि होकर भी सुरक्षित नहीं हूं तो प्रदेश में अन्य महिलाओं की क्या हालत होगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में महिला की सुरक्षा और शिक्षा की बात की जाती हैं, आज वहां कोई भी महिला सुरक्षित नहीं है। साथ ही मुझे पीड़ा इस बात की है कि जिस पुलिस के साए में हम खुद को सुरक्षित समझते हैं, जबकि पुलिस हमें कार्यालय में आने की बात कहती है।
यह बातें जजपा प्रत्याशी नैना चौटाला ने रोते हुए उचाना हलके में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि आज मैं पूरे उचाना हलके से इस बात का जवाब मांगना चाहती हूं कि यहां बहन-बेटियों की इस तरह इज्जत की जाती है। नैना ने कहा कि मैं उन खाप के प्रधानों से भी इंसाफ मांगना चाहती हूं, जो इंसाफ करने का काम करती हैं। उन्होंने कहा कि नैना चौटाला आपकी बेटी खाप से इंसाफ मांगती है, क्या आप मुझे इंसान देंगे। साथ ही मैं सभी खाप के मुखिया से भी मिलूंगी और पूछना चाहूंगी कि आपके उचाना हलके में बहन-बेटियों की यही इज्जत है।

नैना चौटाला ने कहा कि मैंने दो-दो चुनाव लड़े, लेकिन आज उचाना हलके जैसा व्यवहार कहीं नहीं देखा। उन्होंने कहा कि मैं कमजोर महिला नहीं हूं। मुझे उचाना हलके, किसान नेताओं और खाप मुखिया से इंसाफ चाहिए। क्या यह किसान नेता हैं, जिन्हें महिलाओं की इज्जत ही नहीं करना आता। क्या आपके घरों में बहन-बेटियां नहीं हैं। सरेआम मां, बेटियों, बहनों और भाभियों के दुपट्टे खींचे जाते हैं। नैना चौटाला ने कहा कि क्या प्रदेश में यहीं महिलाओं का सम्मान है। आज प्रदेश में बहन-बेटियां बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं हमेशा विधानसभा में महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा की बात करती हूं, आज मेरे साथ उचाना हलके में ऐसा काम किया गया। उन्हें उचाना हलके और खाप मुखियाओं से इंसाफ चाहिए। बता दें कि शुक्रवार को उचाना क्षेत्र में प्रचार करने निकली पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं जजपा नेता दुष्यंत चौटाला की माता नैना चौटाला के काफिले पर किसानों ने हमला कर दिया। इस दौरान उनके काफिले की गाड़ियों पर लोगों ने ईंट भी बरसाईं। जिसमें कई कार्यकर्ताओं को चोटें आईं।

हमले की सूचना मिलते ही दुष्यंत चौटाला मौके पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि काफिले पर कुछ अजारक तत्व ने हमला किया। जिसमें दो महिलाओं सहित 6 लोग घायल हुए। उन्होंने हमलावरों पर महिलाओं के कपड़े फाड़ने का भी आरोप लगाया। दुष्यंत चौटाला का कहना हैं कि वह इस मामले में तुरंत प्रभाव से सख्त कार्रवाई करने की मांग करते हैं। महिलाओं के साथ इससे निंदनीय बात हरियाणा की संस्कृति में नहीं है।