Hisar लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रणजीत चौटाला(Ranjit Chautala) हार के बाद लगातार अपने हार के कारणों की समीक्षा में लगे हुए हैं। इन दिनों उनका निशाना पार्टी के नेता बने हुए हैं और उसमें कुलदीप-सुभाष(Kuldeep-Subhash) बराला का नाम बार-बार सामने आ रहा हैं। हिसार के अग्रसेन भवन में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने चुनाव में भीतरघात करने वाले नेताओं को चुनौती(challenge) दिया है कि उनके मनसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।
रणजीत चौटाला ने कहा कि जयचंद हर युग में और हर जगह होते हैं। मगर हिसार में जो जयचंद हैं, वे उनका पीछा नहीं छोड़ेंगे और न ही उनके डर से हिसार छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वे सिरसा की रानियां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने किसी को यह गलतफहमी नहीं होने दी कि रणजीत सिंह को पराजित कर दिया गया है, बल्कि उन्होंने स्पष्ट किया कि रणजीत सिंह कभी हार नहीं मानेंगे और यहीं रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे एक राजनीतिक परिवार से हैं और चौधरी देवीलाल के बेटे हैं। उन्होंने दोस्तों के साथ दोस्ती निभाने और दुश्मनों के साथ दुश्मनी निभाने की बात कही। उन्होंने कहा कि राजनीतिक व्यक्ति दोस्ती और दुश्मनी भी राजनीति से करता है।

रणजीत चौटाला ने हिसार की जनता से वादा किया कि वे हर महीने की 5 तारीख को हिसार आकर जनता से मिलेंगे। उन्होंने बताया कि हिसार भाजपा में जो जयचंद हैं, उनकी रिपोर्ट वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल को लिखित में दे चुके हैं और अब वे दोबारा दिल्ली जाकर अमित शाह और जेपी नड्डा को भी जयचंदों के बारे में अवगत करवाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा हाईकमान को पूरी रिपोर्ट है और राजनीति में माफी का खाता नहीं होता।

4 माह बाद दोबारा चुनाव, फिर होगा हिसाब
उन्होंने यह भी कहा कि उनका चुनाव हो गया, लेकिन 4 महीने बाद दोबारा चुनाव है और उस चुनाव में सबके हिसाब होंगे।रणजीत चौटाला ने यह भी कहा कि वे हिसार और सिरसा लोकसभा के 18 हलकों में वोट ट्रांसफर करने की क्षमता रखते हैं। उन्होंने कहा कि वे हर हलके में जाकर अपने कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और भाजपा ने जो सम्मान उन्हें दिया है, उसे वे कभी नहीं भूलेंगे। वे निर्दलीय होते हुए भी कैबिनेट में तीसरे नंबर पर शपथ दिलाई गई थी।
