Karnal में आज केंद्रीय ऊर्जा, आवासीय एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने लघु सचिवालय के सभागार में ई-दिशा की बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने पंजाब सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नई विधानसभा के लिए जमीन हम फ्री में नहीं ले रहे हैं। हम जमीन के बदले जमीन ले रहे हैं।
किसानों के दिल्ली जाने पर बोले केंद्रीय मंत्री-
मनोहर लाल ने 6 दिसंबर को बिना वाहनों के दिल्ली जाने वाले किसानों को लेकर कहा कि शांतिपूर्ण प्रर्दशन करना हर किसी का मौलिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि किसानों का बिना ट्रैक्टर के प्रर्दशन करने का निर्णय एकदम सही है।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शंभू बॉर्डर से किसानों के 6 दिसंबर को दिल्ली कूच पर कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन सबका मौलिक अधिकार है। इस पर कोई आपत्ति नहीं है। विषय इतना ही है कि ऐसा कुछ न करें कि यह हिंसात्मक हो जाए। जिसमें ट्रैक्टर हों और उन पर हथियार बांधकर ले जाएं।
हरियाणा के सीएम रह चुके खट्टर ने आगे कहा कि किसानों ने भी यह स्वीकार किया है कि वे इस तरह से कुछ भी लेकर नहीं जाएंगे। इतना जरूर है कि दिल्ली में जहां पर जाकर वे प्रदर्शन करना चाहते है, वहां के लिए परमिशन लेनी होती है। इस प्रक्रिया का भी पालन करना होगा। खट्टर मंगलवार को करनाल पहुंचे थे, जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर 30 एजेंडों पर चर्चा की।
भूपेंद्र हुड्डा के बयान पर मनोहर लाल ने किया पलटवार-
हुड्डा के बयान पर मनोहर लाल ने पलटवार करते हुए कहा कि अपनी पार्टी में लोकतंत्र लेकर आए, जिससे पार्टी में लोग जुड़ेंगे और उनकी पार्टी को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि बाप-बेटा यानि एक परिवार की पार्टी अगर चलती है तो लोकतंत्र भी परिवार जितना होता है। और इस बात का नुकसान उस पार्टी को जरुर होता है।
केंद्रीय मंत्री खट्टर ने भूपेंद्र हुड्डा को नसीहत देते हुए कहा कि लोग कांग्रेस को बापू-बेटा की पार्टी कह रहे हैं। ऐसे में अगर हुड्डा इस पर अडिग रहते हैं और पीछे नहीं हटते हैं तो उन्हें कोई हानि नहीं है। राजा का बेटा राजा वाली नीति अगर कोई भी पार्टी चलाती है, तो वह पार्टी नुकसान सहती है। कोई भी पार्टी एक परिवार की बनकर चलती है तो वह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं होता।