गुरुग्राम लोकसभा सीट से टिकट कटने के बाद कांग्रेस(Congress) के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव नाराज हैं। इसी पर गुरुवार को उनके विधायक बेटे(MLA Son) चिरंजीव राव ने अपने रेवाड़ी स्थित निवास स्थान पर कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई। हालांकि इस मीटिंग में उनके पिता अजय सिंह यादव नहीं पहुंचे।
कार्यकर्ताओं के बीच चिरंजीव राव ने कहा कि पार्टी ने एक इंटरनल सर्वे(Survey) कराया था। सर्वे(Survey) के अंदर भी खुद कांग्रेस वर्किंग कमेटी के मेंबर भगत चरण दास ने कैप्टन से बात की। भगत ने बताया कि सर्वे(Survey) के अंदर सबसे ऊपर(Top) आपका नाम है, उसके बावजूद हमें टिकट(Ticket) नहीं मिली। जो आदमी 5 साल मेहनत करता है, उसे दुख जरूरी होता है। नेता की तो ये ही कमाई है। या तो टिकट, फिर जीत या फिर हार ही तय करती है। हमने जो 5 साल मेहनत की, उसका हमें तो पता नहीं चल पाएगा, लेकिन राज बब्बर को टिकट मिली है। हमारी जो मेहनत है उसकी कमाई राज बब्बर की जीत और हार से पता चल जाएगा। अगर वो जीतते हैं तो जो हमने पिछले 5 साल में मेहनत की उसका पता चल जाएगा।
कैप्टन साहब का 400 गांवों में जाना हुआ, लोगों से बात की। सबके मन में एक बात थी कि कैप्टन अजय को टिकट मिलनी चाहिए। हमारे एक-एक कार्यकर्ता को मायूस नहीं होना। सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और हाथ के निशान को देखते हुए राज बब्बर ही नहीं, बल्कि पार्टी के हर प्रत्याशी की मदद करनी है।
2019 में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा लिए वोट
चिरंजीव राव ने बताया कि उनके पिता कैप्टन अजय ने पिछला चुनाव लड़ा और 4 लाख 95 हजार वोट मिले। उस वक्त पूरे देश में एक आंधी चल रही थी। ऐसे वक्त में भी कैप्टन अजय सिंह यादव ने पूरे हरियाणा में दूसरे नंबर पर सबसे अधिक वोट लिए थे। आज की मीटिंग में बावल, पटौदी, गुरुग्राम से भी काफी कार्यकर्ता आएं है। हमें ये नहीं देखना कैंडिडेट राज बब्बर, बल्कि ये देखना है कि वो हाथ के निशान पर चुनाव लड़ रहे हैं। उनकी पूरी मदद करनी है।
राव इंद्रजीत को हमसे इतना भय क्यों
चिरंजीव राव ने भाजपा कैंडिडेट राव इंद्रजीत सिंह पर भी निशाना साधा और कहा कि राव इंद्रजीत को भी हमसे इतना भय है कि अपने प्रचार की शुरुआत खुद के गांव की बजाए हमारे गांव सहारनवास से की। जबकि हर प्रत्याशी अपने खुद के गांव से प्रचार शुरू करता है। राव इंद्रजीत सिंह ने ये भी कहा था कि कांग्रेस पार्टी से प्रत्याशी चुनने में चूक हो गई, लेकिन मैं ये साफ कहना चाहता हूं कि कैप्टन की फौज आज भी तैयार है। हम आपसे लड़ेंगे और आपको हराएंगे।