जयहिंद सेना सुप्रीमो नवीन जयहिंद(Jai Hind) ने आज रोहतक में अपने तम्बू से ऐलान कर राजनीतिक गलियारे में हलचल पैदा कर दी है। दरअसल डॉ नवीन जयहिंद(Jai Hind) पिछले कई महीनों से जनता के मुद्दों की आवाज उठा रहे है और समस्याओं का समाधान करवा रहे है। आए दिन जयहिंद(Jai Hind) के टेंट में कोई न कोई फरियादी अपनी समस्या चाहे पानी की हो, बुढ़ापा पेंशन, फैमिली आईडी या फिर बीपीएल कार्ड की हो लेकर पहुंच जाते है। ऐसे में अब नवीन जयहिंद ने एक सर्वे भी करवाया। जिसमें 86% लोगों ने उन्हें राजनीति में उतरकर जनता की आवाज उठाने की बात कही।
इसी कड़ी में रविवार जयहिंद ने अपने तंबू में अपने जयहिंद सेना के कमांडरो संग मीटिंग के दौरान सभी की सहमति से प्रेसवार्ता कर प्रदेश में होने वाले राज्यसभा(Rajya Sabha) का चुनाव लड़ने का ऐलान किया। साथ ही जयहिन्द ने विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा व दुष्यंत चौटाला, अभय चौटाला और सभी निर्दलीय विधायको से समर्थन की उम्मीद भी जताई। जयहिंद ने कहा कि हरियाणा में विपक्ष को उम्मीदवार नहीं मिल रहा है। कांग्रेस,जेजेपी को और जेजेपी,कांग्रेस को राज्यसभा उम्मीदवार उतारने के लिए कह रहे हैं। बीजेपी के खिलाफ मैने साढ़े 9 साल लड़ाई लड़ी जिसका फायदा विपक्ष को हुआ है।
जयहिंद ने वही लोकसभा चुनाव का भी ज़िक्र करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में सभी पार्टीयों के उम्मीदवार मेरे पास वोट मांगने आए, अब मैं सभी के पास अपने लिए वोट की अपील करने जाऊंगा। जयहिंद ने कहा कि राज्यसभा चुनाव में जो मुझे समर्थन नहीं करेगा, विधानसभा चुनाव में जैसे को तैसा होगा। हमने सड़क पर उतरकर जनता की लड़ाई लड़ी है अगर विपक्ष को मुझसे अच्छा कोई उम्मीदवार मिले तो बताए। जो काम विपक्ष को करना चाहिए था, वो काम हमने किया जिसके कारण मुझ पर दर्जन केस दर्ज है।
हमने उठाई हरियाणा की आवाज
जयहिंद ने बताया कि हमारे जयहिंद सेना के कमांडरो की वजह से प्रदेश के ढाई लाख बुजुर्गो, विधवाओं व विकलांगो की पेंशन बनी, जब सीईटी का पेपर नही लिया जा रहा था, तो हम बेरोजगारों की बारात निकाली, सालों से सरकार के कब्जे में पड़ी पहरावर की जमीन से कब्जा छुड़वाया, जब खिलाड़ियों का खेल कोटा खत्म किया गया, तो हमने सोटा उठाकर बहाल करवाया, जब सिंहपुरा गांव में दलितों के घर गिराए जा रहे थे, तो हमने बुलडोजर के सामने खड़े होकर घर गिरने से बचाए, जब सरपंचों पर लाठियां बरसाई जा रही थी, तो उनके साथ लाठियां खाने वाले हम थे, जब ओपीएस कर्मचारियों पर लाठियां बरसाई जा रही थी, तो उनके साथ लाठियां खाने वाले हम थे, जब एसवाईएल पर सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया था, तो उसे लागू करवाने के लिए हम सड़को पर उतरे, जब आशा वर्कर्स व कर्मचारी धरनों पर बैठे थे, तो हम उनके साथ खड़े थे, हरियाणा पुलिस की आवाज कोई नही उठा रहा था, तो हमने उठाई और भत्ते भी बढ़े।
भ्रष्टाचार का किया विरोध, हम पर हुए केस
उन्होंने कहा कि रही बात केसो की तो गौ माता के लिए, गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछने के लिए, किसानों की आवाज उठाने को लेकर, भर्तियों में भ्रष्टाचार का विरोध करने को लेकर हम पर केस हुए। अगर फिर भी हमारे अंदर कोई कमी नजर आती है तो और कोई दूसरा हमसे ज्यादा संघर्ष करने वाला हो या सरकार से सीधी लड़ाई लड़ने वाला हो तो उसे राज्यसभा में भेजें। जयहिंद ने कहा कि वे न तो ईड़ी, सीडी या सीबीआई से नहीं डरते, तंबू में रहते है, चाहे जब मन हो भेज दे सरकार।