हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन न होने को लेकर राज्यसभा सांसद Raghav Chadha ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी हरियाणा में AAP के साथ गठबंधन करना चाहते थे। चड्ढा ने कहा कि उन्होंने खुद राहुल गांधी से इस मुद्दे पर बातचीत की, क्योंकि उस समय आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल जेल में थे और उनके साथ संवाद करना संभव नहीं था।
गठबंधन की असफलता की वजह
राघव चड्ढा ने बताया कि कांग्रेस हरियाणा की स्थानीय यूनिट गठबंधन के खिलाफ थी और वे अकेले चुनाव लड़ने का फैसला करना चाहते थे। उन्होंने शायरी के माध्यम से गठबंधन न होने की व्यथा को भी व्यक्त किया, “हमारी आरजू का ख्याल रखते तो कुछ और बात होती, हमारी हसरत की फिक्र होती तो, कुछ और बात होती।” कांग्रेस की पहल के बावजूद, चुनाव में 5 सीटों की पेशकश करने के बावजूद AAP 10 सीटों पर जोर दे रही थी, जिसमें ओल्ड फरीदाबाद भी शामिल था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीति
राघव चड्ढा ने खुलासा किया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हरियाणा में गठबंधन के जरिए अगले साल 2025 में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए समर्थन बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 1998 से लेकर 2013 तक दिल्ली में सरकार बनाई थी, लेकिन 2013 और 2015 में चुनाव में कांग्रेस खाता नहीं खोल पाई। हरियाणा में गठबंधन होता तो यह कांग्रेस के लिए अगले साल दिल्ली में दबाव बनाने का अवसर होता।
गठबंधन न होने के कारण
चुनाव में AAP और कांग्रेस के गठबंधन न होने की तीसरी बड़ी वजह हरियाणा के दो प्रमुख नेताओं, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रणदीप सुरजेवाला का विरोध था। दोनों नेताओं ने गठबंधन का विरोध किया, जो केंद्रीय नेतृत्व द्वारा गठित की गई समिति में भी शामिल थे। इस वजह से दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन नहीं हो सका।