Haryana कांग्रेस में बड़े फेरबदल की तैयारी हो रही है, जिसमें नया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल का नया नेता नियुक्त किया जाएगा। वर्तमान में उदयभान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं। राहुल गांधी की नाराजगी के बाद पार्टी में आंतरिक विवाद बढ़ गया है, जिसके चलते हाईकमान ने यह फैसला लिया है।
हाल ही में हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, अजय माकन, और हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया शामिल थे। बैठक के बाद, कांग्रेस नेताओं के बीच आंतरिक मतभेद और अधिक खुलकर सामने आए। कुमारी सैलजा और उनके समर्थकों ने हार के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा को जिम्मेदार ठहराया, जबकि कैप्टन अजय यादव ने भी इशारों में हुड्डा पर निशाना साधा। हालांकि, हुड्डा ने अब तक इस मामले पर कोई बड़ा बयान नहीं दिया है।
कांग्रेस की हार और जातिगत समीकरण
कांग्रेस की जाट लैंड में हार का सीधा असर भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके गढ़ पर पड़ा है। सोनीपत, झज्जर, जींद, दादरी, भिवानी, और हिसार में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा। इस हार ने पार्टी की सत्ता में वापसी के सपनों को ध्वस्त कर दिया। जाट और गैर-जाट का मुद्दा भी भाजपा ने प्रमुख रूप से उठाया, जिससे कांग्रेस को नुकसान हुआ।
भाजपा का हमला
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस की हार पर व्यंग्य कसते हुए कहा कि हरियाणा की जनता ने कांग्रेस की “जलेबी” बना दी है। उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार में फंसे होने का आरोप लगाया।
बसपा का गठबंधन न करने का फैसला
बीएसपी की प्रमुख मायावती ने घोषणा की है कि हरियाणा और पंजाब में उनकी पार्टी किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि बसपा का उद्देश्य बहुजन समाज को संगठित करना है, न कि दूसरे दलों के स्वार्थी नेताओं के साथ जुड़ना।