हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मेवात के नूंह में जो हुआ, दुर्भाग्यपूर्ण हुआ है। जब पुलिस ने सप्ताह पहले ही मामले को लेकर सचेत कर दिया था तो सरकार को सुरक्षा व्यवस्था पर कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन सरकार इसमें फेल रही है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ये घटना ऐसे इलाके में हुई है, जिसमें 1947 में भी ऐसा कुछ नहीं हुआ। जो हुआ इसके कारण क्या हैं। इस पर सोचना जरूरी है। इनके मंत्री एवं सांसद राव इंद्रजीत भी कह चुके हैं कि यह सरकार फेल है। जो प्रदेश 2014 में निवेश, प्रति व्यक्ति आय, कानून व्यवस्था में नंबर वन था, वो आज अपराध, बेरोजगारी, महंगाई में नंबर वन बन चुका है।
सरकार कहती है सोची समझी साजिश, मंत्री बोले डंडे हथियार कहां से आए
दंगे में किसी को फायदा नहीं होता, बल्कि प्रदेश व संपति का नुकसान है। सरकार कहती है ये सोची समझी साजिश थी। इनके मंत्री कहते हैं कि इनके पास डंडे, हथियार कहां से आए। जब भी यात्रा निकाली जाती है तो सरकार से मंजूरी लेनी पड़ती है। सरकार एक तरफ गुरुग्राम में जी 20 के तहत अपराध व सुरक्षा पर बैठक करती है, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं हम सभी को सुरक्षा मुहैया नहीं करवा सकते। ऐसे में सरकार का क्या काम होता है।
इन्हें सरकार चलाने का हक नहीं
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि दंगा करने व कराने और भड़काने वाले सभी को सजा दी जाए। उनकी मांग है कि इसमें किसी का बचाव न किया जाए। हाईकोर्ट के जज से मामले की जांच करवाई जाए। मैं व्यक्तिगत बात नहीं करता, लेकिन इन्हें सरकार चलाने का हक नहीं है।
विधायकों पर उठे सवाल पर बोले पूर्व मुख्यमंत्री
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मामन खान की बात एसेंबली की कई महीने पहले की बात है, लेकिन दंगा तो अब हुआ है। यह सरकार की एक नीति है। हरियाणा में आग लगाकर राजस्थान में फैलाने की कोशिश की जा रही है। भाजपा के सांसद एवं मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने जिस दिन बयान दिया, सच्चाई उसी दिन निकल गई थी।