19 मार्च को Punjab पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई। इस दौरान पंजाब पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करते हुए बताया कि डल्लेवाल को उनकी सेहत को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अस्पताल में रखा गया है, न कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, उनके खिलाफ किसी तरह का मामला दर्ज नहीं किया गया है और न ही उनकी गिरफ्तारी की गई है।
कोर्ट ने परिवार को मिलने की अनुमति दी
हाईकोर्ट ने डल्लेवाल के परिवार को उनसे मिलने की अनुमति दे दी है। इस मामले में अगली सुनवाई 26 मार्च को होगी।
IG सुखचैन सिंह गिल का बयान: 1400 किसानों को हिरासत में लिया गया, 800 रिहा किए गए
पंजाब पुलिस के IG सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि कुल 1400 किसानों को हिरासत में लिया गया था, जिनमें से 800 किसानों को रिहा किया गया है। इसके अलावा, 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं और जिन किसानों को मेडिकल समस्याएं थीं, उन्हें भी रिहा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि करीब 450 किसानों को आज रिहा किया जाएगा। इसके साथ ही बॉर्डरों पर किसानों के सामान की चोरी होने के मामले में पुलिस ने तीन FIR दर्ज की हैं।
किसान यूनियन का आरोप: डल्लेवाल का आमरण अनशन जारी है
भारतीय किसान यूनियन (दोआबा) के प्रधान गुरमुख सिंह ने 21 मार्च को याचिका दाखिल करते हुए कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले 117 दिनों से आमरण अनशन पर हैं और उन्हें कैंसर भी है। 19 मार्च से उनका कोई पता नहीं चल रहा है। उन्होंने अदालत में 50 किसानों के नाम की सूची भी पेश की थी, जिनमें से कई किसान हिरासत में लिए गए थे।
किसान नेताओं की अगली रणनीति पर चर्चा
इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा (नॉन पॉलिटिकल) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) ने मोहाली में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर अगली रणनीति पर चर्चा करने का निर्णय लिया है।
19 मार्च को केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच वार्ता
19 मार्च को चंडीगढ़ में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच सातवें दौर की वार्ता हुई थी। इस बैठक में किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के कानून की मांग की थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका था। इसके बाद पुलिस ने किसानों को हिरासत में लिया और उनके द्वारा लगाए गए टेंट और शेड हटा दिए गए।
डल्लेवाल को जालंधर से पटियाला अस्पताल तक शिफ्ट किया गया
पंजाब पुलिस ने 19 मार्च को डल्लेवाल को जालंधर के PIMS अस्पताल में भर्ती कराया और बाद में उन्हें जालंधर कैंट के PWD रेस्ट हाउस में शिफ्ट कर दिया। 23 मार्च को उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में शिफ्ट किया गया। किसान नेता लगातार आमरण अनशन पर हैं और उनका स्वास्थ्य बिगड़ने का आरोप लगाया जा रहा है।
किसानों के आंदोलन और बॉर्डर पर स्थिति
20 मार्च को पंजाब और हरियाणा पुलिस ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से बैरिकेडिंग हटा दी थी, जिसके बाद ट्रैफिक का संचालन फिर से शुरू हो गया। हालांकि, खनौरी बॉर्डर पर पंजाब साइड ट्रॉली खड़ी होने के कारण ट्रैफिक शुरू नहीं हो पाया था, जिसे 21 मार्च को पुलिस ने हल कर लिया।
किसान आंदोलन और डल्लेवाल की हिरासत को लेकर अब तक की पूरी स्थिति में भारी विवाद और विभिन्न दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।





