पिछले 10 महीनों से किसान आंदोलन के कारण बंद हरियाणा-पंजाब के Shambhu Border के मसले पर सुप्रीम कोर्ट में आज अहम सुनवाई होगी। इस सुनवाई में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की 23 दिनों से जारी भूख हड़ताल की स्थिति पर भी विचार किया जाएगा।
डल्लेवाल ने सुप्रीम कोर्ट की बनाई मध्यस्थता कमेटी के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस नवाब सिंह को दो पन्नों का पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि वे सिर्फ केंद्र सरकार से बातचीत करेंगे और कमेटी के साथ बैठक में कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए। वह क्या मेरी मौत का इंतजार कर रही थी।
पिछली सुनवाई का संदर्भ
13 दिसंबर को हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर को तुरंत खोलने के आदेश देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने हाई पावर कमेटी को निर्देश दिया था कि वह किसानों को समझाएं कि प्रदर्शन को हाईवे से दूसरी जगह शिफ्ट करें या फिर कुछ समय के लिए स्थगित करें।
डल्लेवाल को तत्काल मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाए
सुप्रीम कोर्ट ने इसी सुनवाई में किसान नेता डल्लेवाल की सेहत पर भी चिंता जताते हुए पंजाब सरकार को निर्देश दिया था कि उन्हें तत्काल मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाए। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा था कि अनशन तुड़वाने के लिए किसी तरह की जबरदस्ती न की जाए।
आज की सुनवाई में हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट पेश होगी। बॉर्डर खोलने और आंदोलन के समाधान पर चर्चा होगी। जगजीत सिंह डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर भी अदालत का रुख स्पष्ट हो सकता है। सुनवाई के नतीजों पर किसान संगठनों और संबंधित राज्य सरकारों की नजरें टिकी हुई हैं।