पंजाब पुलिस के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव ने आज Jalandhar स्थित पी.ए.पी. कैंपस में राष्ट्रीय घुड़सवारी चैंपियनशिप-2025 (टेंट पैगिंग) का उद्घाटन किया। यह चैंपियनशिप 23 फरवरी को समाप्त होगी, जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों के पुलिस बलों, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, सेना, नौसेना और कुछ निजी क्लबों की कुल 15 टीमें भाग ले रही हैं।
डीजीपी गौरव यादव का ट्वीट
डीजीपी गौरव यादव ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर चैंपियनशिप के उद्घाटन की जानकारी दी और लिखा, “पंजाब पुलिस को भारतीय घुड़सवारी महासंघ के नेतृत्व में इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेज़बानी का गर्व है, जिसमें देशभर से पुलिस बलों, सीएपीएफ, सेना, नौसेना और निजी क्लबों की 15 टीमें, 125 घोड़े और शीर्ष घुड़सवार भाग ले रहे हैं।”
पंजाब पुलिस की घुड़सवारी टीम
डीजीपी ने पंजाब पुलिस की 20 सदस्यीय घुड़सवारी टीम को शुभकामनाएं दीं, जिसका नेतृत्व डीआईजी प्रशासन, पीएपी इंदरबीर सिंह करेंगे। यह टीम 24 घोड़ों के साथ प्रतियोगिता में भाग ले रही है। गौरतलब है कि यह पहली बार है कि कोई भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी राष्ट्रीय क्वालीफायर में चयनित होकर इस राष्ट्रीय घुड़सवारी चैंपियनशिप में भाग ले रहा है।
अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा संचालन
इस चैंपियनशिप के दौरान प्रतियोगिता के संचालन और निर्णय के लिए भारतीय घुड़सवारी महासंघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय ज्यूरी सदस्यों की नियुक्ति की गई है। इस प्रतियोगिता में 15 से 20 अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी हिस्सा लेंगे।
डीजीपी का गर्व
डीजीपी गौरव यादव ने इस चैंपियनशिप को कौशल, अनुशासन और परंपरा का संगम बताया और कहा, “मुझे विशेष गर्व हो रहा है कि पहली बार एक आईपीएस अधिकारी राष्ट्रीय स्तर पर क्वालीफाई करने के बाद इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से भारतीय टीम का चयन किया जाएगा, जो 2025-26 में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेगी।
घुड़सवारी प्रेमियों के लिए खुला निमंत्रण
डीजीपी गौरव यादव, जो इस चैंपियनशिप के मुख्य संरक्षक (चीफ पैट्रन) हैं, ने आम जनता और घुड़सवारी प्रेमियों को इस शानदार आयोजन का आनंद लेने का निमंत्रण दिया। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि चैंपियनशिप को देखने के लिए कोई अलग टिकट नहीं रखा गया है।
पिछली बार की सफलता
यह चैंपियनशिप पहले भी 2016 और 2017 में पी.ए.पी. कैंपस, जालंधर में आयोजित की जा चुकी है। इस बार 125 घुड़सवार अपने 125 घोड़ों के साथ इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं।