बठिंडा के कस्बा रामपुरा फूल स्थित सराभा नगर में भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी की महिला नेता सुखविंदर कौर खंडी के घर पर सुबह 5 बजे NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम पहुंची। रेड की सूचना पर किसान यूनियन के नेता भड़क गए और जाम लगाकर धरने पर बैठ गए।
किसान यूनियन ने कहा कि जब तक रेड के कारणों का खुलासा नहीं किया जाएगा, तब तक किसी को भी घर से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा। यूनियन के जिला प्रधान पुरुषोत्तम महाराज ने बताया कि घर में 85 साल के बुजुर्ग भी हैं और किसी को भी बाहर जाने या फोन करने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने एनआईए को कहा कि किसी भी जांच के लिए उनके मेंबर सामने होने चाहिए। इस वजह से यूनियन ने अपने वकील सहित 3 लोग अंदर भेजे हैं।
रेड के कारणों पर सवाल
किसान नेताओं ने एसएचओ से पूछा कि रेड क्यों की जा रही है, तो उन्होंने बताया कि कुछ मेल एनआईए को मिली थीं, जिनमें फेसबुक और इंस्टाग्राम के बारे में जानकारी दी गई थी। नेताओं ने कहा कि पूरा गांव उनके परिवार के बारे में जानता है और यह घर गैंगस्टरों या आतंकियों का नहीं है।
सरकार की कार्रवाई पर किसानों का आरोप
किसानों का कहना है कि आगामी प्रदर्शन को लेकर सरकार किसान यूनियन को उलझाने की कोशिश कर रही है। वे शंभू बॉर्डर पर बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं और मानते हैं कि केंद्र और पंजाब सरकार मिलकर उन्हें परेशान कर रही हैं। यूनियन का आरोप है कि पंजाब में बदलाव की सरकार आने के बावजूद किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी शंभू बॉर्डर पर एमएसपी की लीगल गारंटी समेत अन्य मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन में शामिल है, जो पिछले 6 महीने से जारी है।