खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत जारी है और उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। आज हरियाणा के हिसार से किसानों का एक बड़ा जत्था डल्लेवाल के समर्थन में खनौरी बॉर्डर पर पहुंचेगा। डल्लेवाल की नाजुक स्थिति को देखते हुए किसानों ने आगामी मीटिंग खनौरी मोर्चे पर ही आयोजित करने की अपील की है।
भा.ज.पा. के प्रमुख सुनील जाखड़ ने एक मीडिया संस्थान को दिए इंटरव्यू में कहा कि फसलों की MSP की कानूनी गारंटी पंजाब के किसानों के लिए हानिकारक हो सकती है। जाखड़ के अनुसार, पंजाब और हरियाणा के किसानों को वर्तमान में गेहूं और धान की खरीद पर केंद्र की ओर से MSP मिलती है।
MSP गारंटी से किसानों को हो सकता है नुकसान
जाखड़ ने कहा कि अगर देशभर में MSP की कानूनी गारंटी लागू हो जाती है, तो पंजाब के किसानों को मौजूदा व्यवस्था के तहत जो लाभ मिल रहे हैं, वह बंद हो सकता है। उनका मानना है कि यह कदम पंजाब के किसानों के लिए नुकसानदायक साबित होगा, क्योंकि इससे राज्य को प्रति एकड़ खरीद नियम के तहत आने के बाद केंद्र से मिलने वाली सुविधाओं में कमी हो सकती है।
किसान नेताओं ने की संयुक्त बैठक का आह्वान
संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने एक साझा पत्र जारी कर खनौरी मोर्चे पर पहुंचे सभी किसान नेताओं का धन्यवाद किया। पत्र में MSP गारंटी कानून और 13 अन्य मांगों के लिए आंदोलन को मजबूत बनाने का आह्वान किया गया। इसके साथ ही डल्लेवाल की स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए आगामी बैठक को खनौरी मोर्चे पर ही करने का प्रस्ताव रखा गया है।
पंजाब-हरियाणा के साथ-साथ तेलंगाना के खम्मन में भी डल्लेवाल के समर्थन में 12 घंटे की सांकेतिक भूख हड़ताल की गई। किसान नेताओं ने इस भूख हड़ताल के माध्यम से डल्लेवाल के अनशन का समर्थन किया।
डल्लेवाल की मेडिकल रिपोर्ट में चिंता
डल्लेवाल की हालिया मेडिकल रिपोर्ट से चिंता बढ़ गई है। उनकी कीटोन बॉडी रिजल्ट 6.53 है, जो सामान्य स्थिति में 0.02 से 0.27 के बीच होता है। उनका यूरिक एसिड 11.64 है, जो सामान्य स्तर से ज्यादा है। इसके अलावा, उनकी लीवर और किडनी पैनल रिपोर्ट भी सामान्य से बाहर है, जो उनकी बिगड़ती सेहत को दर्शाती है।
राज्य सरकार से सत्र बुलाने की मांग
डल्लेवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए भाजपा नेता ने तुरंत विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है। उनका कहना है कि MSP मुद्दे पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए ताकि किसानों के हित में समाधान निकाला जा सके।
किसान संगठनों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर डल्लेवाल के समर्थन में कार्रवाई करने का आह्वान किया है। उनका उद्देश्य किसान हितों के लिए लड़ाई को और तेज करना है।