Astro के अनुसार प्राचीन समय से Birds को शुभ-अशुभ घटनाओं के संकेतक माना जाता रहा है। भले ही आधुनिक युग में इन मान्यताओं को अंधविश्वास का दर्जा दिया गया हो, लेकिन पक्षियों से जुड़ी कई मान्यताएँ अब भी प्रचलित हैं। पक्षियों की हरकतों और उनके प्रतीकों को लेकर कई दिलचस्प धारणाएँ और मिथक मौजूद हैं।
पक्षियों से जुड़ी मान्यताएँ
संदेशवाहक के रूप में पक्षी: प्राचीन काल में पक्षियों का उपयोग संदेश पहुंचाने के लिए किया जाता था। समय के साथ, इन्हें शकुन-अपशकुन से जोड़ दिया गया।
अलग-अलग पक्षियों के संकेत
कौवा: दुर्भाग्य का प्रतीक माना जाता है। यदि शादी के मंडप में कौवा बैठ जाए, तो इसे वैवाहिक जीवन के लिए अशुभ संकेत माना जाता है।
मोर: इसे सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।
पक्षी द्वारा सिर पर वार: प्राचीन समय में इसे अशुभ माना जाता था, हालांकि ज्योतिष शास्त्र इसे पूरी तरह खारिज करता है।
पक्षियों की हरकतों का महत्व
किसी पक्षी का सिर झुकाना: शुभ संकेत माना जाता है।
पक्षी का कंधे पर बैठना: इसे धन लाभ और अच्छे समाचार का संकेत समझा जाता है।
अचानक पक्षियों का इकट्ठा होना: इसे निकट भविष्य में किसी बड़े बदलाव का संकेत माना जाता है।
रूस की परंपराएँ और पक्षियों के संकेत
रूस में पक्षियों से जुड़े शकुन-अपशकुन की उत्पत्ति मानी जाती है। वहाँ लोग मानते हैं कि अगर कोई पक्षी अपने आप सिर पर बैठ जाए, तो यह भाग्य और खुशी का प्रतीक होता है।
कौवे से जुड़ी धारणाएँ
कौवे को अक्सर अपशकुन का प्रतीक माना गया है। शादी के मंडप में कौवे का बैठना वैवाहिक जीवन में समस्याओं का संकेत माना जाता है। इसे मृत्यु या किसी अप्रिय घटना का भी प्रतीक माना गया है।
क्या पक्षियों के इशारे वाकई मायने रखते हैं?
पक्षियों की हरकतों से जुड़े ये संकेत और मान्यताएँ कहीं न कहीं समाज और परंपराओं से जुड़ी हुई हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर पक्षी की उपस्थिति और हरकत का अलग अर्थ होता है। हालाँकि, इन पर विश्वास करना या न करना व्यक्ति की अपनी धारणा और आस्था पर निर्भर करता है।
पक्षियों से जुड़े इन मिथकों को हमेशा सत्य मानना आवश्यक नहीं है, लेकिन पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, इनके संकेत जीवन में बदलाव का प्रतीक हो सकते हैं।