➤ आज बुधवार व्रत और गणेश पूजा, पूरे दिन रहेगा रोग पंचक
➤ धृति योग, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र, मीन राशि में चंद्रमा
➤ उत्तर दिशा में यात्रा वर्जित, राहुकाल दोपहर 12:26 से 02:05 बजे तक
13 अगस्त 2025, बुधवार का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। आज बुधवार व्रत और गणेश पूजा का विशेष योग बन रहा है। पंचांग के अनुसार, आज भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि, उत्तर भाद्रपद नक्षत्र, बालव करण और धृति योग है। चंद्रमा आज मीन राशि में गोचर कर रहा है और पूरे दिन रोग पंचक का प्रभाव रहेगा, जो स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डाल सकता है।
बुधवार व्रत में भक्तजन गणेश जी की पूजा-दूर्वा, अक्षत, हल्दी, धूप, दीप, फूल, फल, चंदन, नैवेद्य और मोदक-लड्डू के भोग के साथ करते हैं। गणपति चालीसा, गणपति स्तोत्र का पाठ और व्रत कथा सुनना विशेष फलदायी होता है। इस दिन ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः मंत्र का जाप करने से बुध ग्रह के दोष दूर होते हैं।
आज के उपाय में गाय को हरा चारा खिलाना, हरे कपड़े पहनना, हरे फल-सब्जी या हरे रंग के रूमाल का प्रयोग करना, कांस के बर्तन और हरी वस्तुओं का दान करना शुभ माना गया है। इससे बुध का नकारात्मक प्रभाव समाप्त होता है और वाणी, बुद्धि, व्यवसाय व करियर में वृद्धि होती है।
आज का पंचांग
- तिथि: चतुर्थी – 06:35 AM तक, फिर पंचमी – 04:23 AM (14 अगस्त तक)
- नक्षत्र: उत्तर भाद्रपद – 10:32 AM तक, फिर रेवती
- करण: बालव – 06:35 AM तक, कौलव – 05:30 PM तक, तैतिल – 04:23 AM (14 अगस्त तक)
- योग: धृति – 04:05 PM तक, फिर शूल
- पक्ष: कृष्ण
- वार: बुधवार
- चंद्र राशि: मीन
सूर्योदय-सूर्यास्त: 05:49 AM – 07:02 PM
चंद्रोदय-चंद्रास्त: 09:32 PM – 09:42 AM
शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:23 AM – 05:06 AM
- अमृत काल: 06:00 AM – 07:31 AM
- विजय मुहूर्त: 02:38 PM – 03:31 PM
- निशिता मुहूर्त: 12:04 AM – 12:48 AM (14 अगस्त)
दिन का शुभ चौघड़िया
- लाभ: 05:49 AM – 07:28 AM
- अमृत: 07:28 AM – 09:07 AM
- शुभ: 10:47 AM – 12:26 PM
- चर: 03:44 PM – 05:23 PM
- लाभ: 05:23 PM – 07:02 PM
अशुभ समय
- राहुकाल: 12:26 PM – 02:05 PM
- यमगण्ड: 07:28 AM – 09:07 AM
- गुलिक काल: 10:47 AM – 12:26 PM
- दुर्मुहूर्त: 11:59 AM – 12:52 PM
- पंचक: पूरे दिन
- दिशाशूल: उत्तर
आज का दिन गणेश जी की कृपा प्राप्त करने और बुध दोष को समाप्त करने के लिए अत्यंत उपयुक्त है। स्वास्थ्य संबंधी सावधानी बरतें और उत्तर दिशा की यात्रा से बचें।