अगर आप पर किसी तांत्रिक की तंत्र क्रिया, जादू टोना, या फिर भूत-प्रेत और ऊपरी हवा का असर हो रहा है, तो तंत्र शास्त्र के अनुसार कुछ विशेष उपाय हैं, जिन्हें अपनाने से आपको तुरंत राहत मिल सकती है। इन उपायों से व्यक्ति को ऊपरी हवा, तंत्र-मंत्र और जादू-टोने से मुक्ति मिलती है। आइए जानें वो कौन से प्रभावी उपाय हैं, जिन्हें आजमाकर आप अपनी परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं।
1. हनुमान चालीसा का पाठ
ऊपरी हवा से मुक्ति पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ 7 बार पढ़कर जल को अभिमंत्रित करें और उसे पीड़ित व्यक्ति को पिला दें। यह उपाय तुरंत राहत देने वाला माना जाता है।
2. गायत्री मंत्र और यज्ञ
गायत्री मंत्र का 108 बार जप करने के बाद गाय के घी से गायत्री यज्ञ करें। यह उपाय मानसिक शांति और ऊपरी हवा से मुक्ति के लिए अत्यंत प्रभावी है।
3. शुद्ध दूध और शहद का उपाय
सूर्यास्त के समय स्नान करने के बाद, एक साफ बर्तन में आधा किलो गाय के कच्चे दूध में शुद्ध शहद की नौ बूंदें मिलाएं। अब इस मिश्रण को घर के प्रत्येक कमरे, जीने, गैलरी आदि में छिड़कते हुए हनुमान चालीसा का पाठ या गायत्री मंत्र का उच्चारण करें। बचे हुए दूध को घर के मुख्य द्वार के बाहर गिरा दें।
4. काले धतूरे की जड़ बांधना
रविवार के दिन, सुबह स्नान करने के बाद दाहिने हाथ की बांह पर काले धतूरे की जड़ बांधने से ऊपरी हवाओं से तुरंत मुक्ति मिलती है। यह उपाय तंत्र क्रिया से बचने के लिए खास माना जाता है।
5. लहसुन और हींग का उपाय
लहसुन के रस में हींग घोलकर पीड़ित व्यक्ति की आंखों में डालने या सुंघाने से तंत्र-मंत्र के असर से मुक्ति मिलती है। यह एक प्रभावी उपाय है जो तुरंत राहत दिलाने में मदद करता है।
6. विशेष मंत्र का जाप
“ओम नमो भगवते रुद्राय नमः कोशेश्वस्य नमो ज्योति पंतगाय नमो रुद्राय नमः सिद्धि स्वाहा” इस मंत्र का जाप करने से ऊपरी हवा से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति की मानसिक स्थिति में सुधार होता है।
7. सफेद अकाव का पौधा
घर के मुख्य द्वार के पास सफेद अकाव का पौधा लगाने से भूत-प्रेत और ऊपरी हवाओं से सुरक्षा मिलती है। यह एक प्राकृतिक उपाय है, जो सुरक्षा प्रदान करता है।
8. काले कपड़े में तंत्र सामग्री बांधना
रविवार को स्नान करने के बाद, काले कपड़े की छोटी थैली में तुलसी के आठ पत्ते, आठ काली मिर्च और सहदेई की जड़ बांधकर गले में पहनने से नजर दोष और बाधाओं से बचाव होता है।
9. जीरा का उपाय
भूत-प्रेत और तंत्र-मंत्र से मुक्ति पाने के लिए थोड़ा सा जीरा 7 बार अभिमंत्रित करके रोगी के शरीर से स्पर्श कराएं और फिर उसे अग्नि में डाल दें। यह उपाय शांति प्रदान करता है।
जीरा अभिमंत्रित करने का तरीका:
“जीरा जीरा महाजीरा जिरिया चलाय।
जिरिया की शक्ति से फलानी चलि जाय॥
जीये तो रमटले मोहे तो मशान टले।
हमरे जीरा मंत्र से अमुख अंग भूत चले॥
जाय हुक्म पाडुआ पीर की दोहाई॥”
इन उपायों को अपनाकर आप तंत्र-मंत्र, जादू-टोने और ऊपरी हवा से आसानी से छुटकारा पा सकते हैं और मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।
(Note-इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं, www.citytehelka.in इसका दावा नहीं करता। इसको अपनाने से पहले और विस्तृत जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।)