मंगलवार का दिन भगवान श्रीराम के परम भक्त Hanuman जी की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। ज्योतिषीय मान्यता है कि इस दिन हनुमान जी की आराधना करने से कुंडली के अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम होता है, जीवन के संकट दूर होते हैं, और बिगड़े काम बनने लगते हैं।
मंगलवार और हनुमान जी का महत्व
सनातन धर्म में मंगलवार हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन भक्तजन विधिपूर्वक पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं।
लाभ:
करियर और व्यापार में सफलता।
दुख और संकटों से मुक्ति।
नकारात्मक ऊर्जा का अंत।
पूजा विधि:
हनुमान जी को बूंदी के लड्डू, तुलसी के पत्ते, और लाल फूल अर्पित करें।
हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें।
दीपक जलाकर हनुमान जी की आरती करें।
हनुमान जन्म कथा: शिव का अवतरण
पौराणिक कथाओं के अनुसार, हनुमान जी की माता का नाम अंजनी था। उनके पिता केसरी एक शक्तिशाली वानरराज थे।
कथा का वर्णन:
एक बार माता अंजनी मानव रूप में थीं। शिखर की ओर जाते समय तेज हवा के झोंकों ने उन्हें विचलित किया। अंजनी ने सोचा कि कोई अदृश्य शक्ति उनका अपमान कर रही है। क्रोधित होकर उन्होंने पुकारा।
पवन देव का प्रकट होना:
तभी पवन देव प्रकट हुए और माफी मांगते हुए बोले,
“ऋषियों के वरदान के कारण आपके पति केसरी को मेरे समान पराक्रमी पुत्र की प्राप्ति होगी। आपके पुत्र में भगवान रुद्र का अंश समाहित होगा।”
इसके बाद पवन देव के स्पर्श से माता अंजनी को एक तेजस्वी पुत्र की प्राप्ति हुई। यही पुत्र हनुमान जी के रूप में देवों के देव महादेव का अवतरण था।
हनुमान जी की उपासना के लिए मंत्र
1. मंगल एकाक्षरी बीज मंत्र
ऊँ अं अंगारकाय नम:
ऊँ भौं भौमाय नम:।।
2. मंगल ग्रह शांति मंत्र
ऊँ धरणीगर्भसंभूतं विद्युतकान्तिसमप्रभम।
कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं प्रणमाम्यहम।।
3. मंगल गायत्री मंत्र
ॐ अंगारकाय विद्महे शक्ति हस्ताय धीमहि।
तन्नो भौमः प्रचोदयात्।।
हनुमान जी की कृपा से जीवन में शुभता
मंगलवार को हनुमान जी की आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि का संचार होता है। बजरंगबली के आशीर्वाद से भक्तजनों को जीवन की हर समस्या का समाधान मिलता है।





