Hanuman Janmotsav 2024 : पानीपत ऐतिहासिक शहर में आज एक नया इतिहास रचा जाने वाला है। जिसमें पानीपत नगर में स्वयंभू श्री हनुमानजी महाराज(Hanumanji Maharaj) स्वयं रथ पर विराजमान होकर नगर भ्रमण को निकलेंगे, यह नजारा सबके लिए अनोखा होगा। साथ ही yatra का जगह-जगह स्वागत(Welcome) किया जाएगा।
बता दें कि भव्य रथयात्रा सनौली रोड सब्जी मंडी से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न बाजारों से होती हुई देवी मंदिर में संपन्न होगी। यह जानकारी समाजसेवी विकास गोयल एवं हरीश बंसल ने दी। पानीपत में श्री हनुमानजी का स्वयंभू मंदिर पूर्बीयन घाटी में स्थित है। बुजुर्गों का दावा है, यह प्रदेश का पहला स्वयंभू मंदिर है।

मंदिर की सबसे बड़ी विशेषता शायद कम ही लोग जानते हैं। यहां पर आने वाले भक्तों को हर शनिवार मीठा पान प्रसाद के रूप में दिया जाता है, जो पान भक्तों को प्रसाद स्वरूप में दिए जाते हैं, उन्हें यहां आने वाले भक्ति अपहृत करके मन्नत मांगते हैं, यह सिलसिला कई वर्षों से जारी है। पुजारी बताते हैं कि यहां पर हनुमान जी स्वयं प्रकट हैं और मंदिर जिस मोहल्ले में स्थित है, उसे पूर्बीयन घाटी नाम से जाना जाता है।

किन्नर समाज करेगा रथ यात्रा का स्वागत
इस अवसर पर विशाल रथ यात्रा सनौली रोड सब्जी मंडी से प्रारंभ होकर सेठी चौक, अमर भवन चौक, पूर्बीयन घाटी, पचरंगा बाजार, चौड़ा बाजार, इंसार बाजार, सलारगंज गेट होते हुए देवी मंदिर में संपन्न होगी। इस बार भक्तों ने विशेष रूप से बाबा की भव्य रथ यात्रा का स्वागत का मन बनाया है। कहीं बाबा को कोई छप्पन भोग का प्रसाद लगा रहा है, तो कहीं पर लोग विदेशों से फूल मंगवाकर श्री हनुमानजी की रथ यात्रा का भव्य स्वागत करने जा रहे हैं। वहीं किन्नर समाज बाबा की रथ यात्रा का भव्य रुप से स्वागत करेगा। वही वृंदावन ट्रस्ट द्वारा कढ़ी और चावल का भोग बाबा को विशेष रूप से लगाया जाएगा।

दो बड़े बनेंगे संयोग, विशिष्ट योग
वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य एवं पंडित देव नारायण उपाध्याय ने बताया कि 23 अप्रैल को सूर्योदय से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ हो जाएगी, जो अगले दिन सुबह 5 बजे तक रहेगी। इस दिन बैसाख स्नान प्रारंभ होगा। खास बात यह है कि संयोगवश इस दिन मंगलवार है। यह दिन हनुमानजी को समर्पित दिवस होता है। इसके अलावा चित्रा नक्षत्र रहेगा। इसी नक्षत्र में हनुमान जी का जन्म हुआ था। यह दो बड़े संयोग जयंती को शुभता प्रदान करने वाले विशिष्ट योग हैं। इसके अलावा शुभ शश और सिद्धि योग भी रहेंगे। इस दिन हनुमत आराधना से विशेष पुण्य मिलेगा और सुंदरकांड पाठ, हनुमान चालीसा पाठ, बजरंग बाण व हनुमान बाह का से रोग बाधाएं दूर होंगी।

स्वयंभू हनुमान निकलेंगे भ्रमण पर
वहीं विकास गोयल ने बताया कि पचरंगा बाजार स्थित हनुमान मंदिर की सबसे बडी विशेषता यह है कि यहां हर शनिवार को भक्तों को प्रसाद रूप में मीठा पान मिलता है। हम सुनते आए है कि मंदिर के नीचे एक सुरंग भी थी। सुरंग में नाग देवताओं का वास होता था, लेकिन कुछ साल पहले उसे बंद करवाया है, क्योंकि उसमें किसी की जान जाने का खतरा बना रहता था। उन्होंने बताया कि यहां एक कुआं भी होता था, जिसका पानी बेहद मीठा होता था। लेकिन कुएं का दौर खत्म होने के बाद यहां नलकूप बनवाया गया था। इस मंदिर में स्थापित हनुमान जी ही 23 को नगर भ्रमण पर निकलेंगे और भक्तों को आशीर्वाद देंगे।

एक जैसी वेशभूषा में नजर आएंगे ब्राह्मण
वहीं शहर के कई मंदिरों ने मिलकर सोमवार को देवी मंदिर में बैठक का आयोजन किया। इस दौरान हनुमान जन्मोत्सव को लेकर सभी ब्राह्मणों ने कहा कि सनौली रोड सब्जी मंडी से 23 अप्रैल को निकलने वाली हनुमानजी की रथ यात्रा में अधिक से अधिक ब्राह्मण भाग लेंगे और सभी ब्राह्मण एक जैसी वेशभूषा में हनुमानजी का पूजन करते हुए नजर आएंगे।

हनुमानजी का रथ खींचना हर्ष का विषय
हरीश बंसल ने जानकारी देते हुए बताया कि हर साल की तरह इस साल भी हनुमान जयंती के दिन यानी 23 अप्रैल 2024 को मंगलवार को हनुमानजी की भव्य रथ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जो शाम 3 बजे सब्जी मंडी से चलकर भीमगोडा चौक, अमर भवन चौक, पचरंगा बाजार होती हुई देवी मंदिर तक जाएगी। यह हमारे लिए बड़े हर्ष का विषय है, यह यात्रा बड़े ही भव्य रूप में निकाली जा रही है और शहर की सभी बड़ी संस्थाएं यात्रा का भाग बन रही है। मेरा यही अनुरोध है कि अपने परिवार सगे संबंधियों और मित्रों के साथ यात्रा में भाग लें और हनुमानजी के पावन रथ को अपने हाथों से खींचे और हनुमानजी का पवित्र प्रसाद ग्रहण करें।