कान्हा की नगरी ब्रज में होली का विशेष उत्सव हर साल अपने रंग और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। यह उत्सव पूरे विश्व में मशहूर है और हर साल हजारों श्रद्धालु इसे मनाने के लिए देश-विदेश से यहां आते हैं। ब्रज में होली की शुरुआत बसंत पंचमी से होती है और यह लगभग 40 दिन तक चलता है।
बसंत पंचमी से शुरू होती है होली का पर्व
ब्रज में होली की शुरुआत बसंत पंचमी के दिन होती है। इस दिन वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में सुबह श्रृंगार आरती के बाद भगवान के गालों पर गुलाल लगाया जाता है। इसके बाद भगवान के प्रसाद के रूप में गुलाल भक्तों पर डाला जाता है, और इसी के साथ ब्रज की होली का उत्सव शुरू हो जाता है।
होलिका दहन और रंगों वाली होली
साल 2025 में होलिका दहन 13 मार्च की रात को होगा, जबकि अगले दिन यानी 14 मार्च को रंगों वाली होली खेली जाएगी। हर साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाता है और उसी दिन से रंगों वाली होली का आरंभ होता है।
ब्रज में होली का विशेष आयोजन
ब्रज में होली का आयोजन खास रूप से ठाकुर बांके बिहारी मंदिर से शुरू होता है और रंगनाथ मंदिर पर समाप्त होता है। इस दौरान होली गीत, पद गायन और समाज गायन की परंपरा का विशेष महत्व है। यह परंपरा ब्रज की होली को और भी अद्भुत और आकर्षक बनाती है।
40 दिन तक चलने वाला होली महोत्सव
ब्रज में होली का उत्सव द्वापर युग से मनाया जा रहा है और इस दौरान 40 दिन तक होलिका महोत्सव चलता है। बसंत पंचमी के दिन होलिका दहन के स्थलों पर होली का ढांड़ा गाड़ा जाता है। इसके बाद फाल्गुन पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है और फिर रंगों की होली मनाई जाती है।
ब्रज की होली का आनंद लें
ब्रज की होली में लोग एक-दूसरे को गुलाल लगाकर गले मिलते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं। यह अनूठा उत्सव न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर के पर्यटकों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। अगर आप भी ब्रज की होली का आनंद लेना चाहते हैं, तो जानें कि 2025 में मथुरा, वृंदावन, गोकुल, बरसाना समेत पूरे ब्रज में किस दिन कौन सी होली मनाई जाएगी।
2025 ब्रज होली शेड्यूल:
- 13 मार्च 2025: होलिका दहन
- 14 मार्च 2025: रंगों वाली होली
- फाल्गुन पूर्णिमा: धुल्हेड़ी का आयोजन
ब्रज में होली के इस अनोखे और पारंपरिक उत्सव का हिस्सा बनने के लिए आप भी अपने शेड्यूल को तैयार कर सकते हैं।