कामदा एकादशी और मंगलवार व्रत का महासंयोग

कामदा एकादशी और मंगलवार व्रत का महासंयोग, विष्णु-हनुमान कृपा से होंगी मनोकामनाएं पूर्ण

धर्म

● आज है कामदा एकादशी और मंगलवार का व्रत, बन रहे हैं कई शुभ योग
● विष्णु और हनुमान पूजा से रोग-शत्रु विनाश और शुभ फल की प्राप्ति संभव
● भद्रा काल, राहुकाल और दिशाशूल का रखें ध्यान, पूजा करें शुभ मुहूर्त में


Kamada Ekadashi: आज 8 अप्रैल 2025 को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है जिसे कामदा एकादशी के रूप में मनाया जा रहा है। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से समस्त कष्ट, रोग और दरिद्रता का नाश होता है तथा सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मंगलवार के दिन पड़ने वाली यह एकादशी इस बार विशेष संयोग लेकर आई है क्योंकि आज हनुमानजी की पूजा का भी विशेष महत्व है।

आज का दिन विशेष रूप से शुभ है क्योंकि एक ही दिन में कामदा एकादशी, मंगलवार व्रत, अश्लेषा नक्षत्र का प्रारंभ, शूल योग और वणिज करण का संयोग बन रहा है। दिन में भद्रा काल भी रहेगा जो 8:32 AM से 9:12 PM तक प्रभावी रहेगा। अतः पूजा-पाठ करने वालों को भद्रा काल से बचकर शुभ मुहूर्त में पूजा करनी चाहिए।

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कामदा एकादशी की पूजा का मुहूर्त सुबह 4:33 AM से 7:44 AM तक है, और व्रत का पारण अगले दिन 9 अप्रैल को सुबह 5:21 AM से 7:07 AM तक किया जाएगा।

आज हनुमानजी की पूजा से विशेष फल प्राप्त होता है क्योंकि मंगलवार को मंगल देव और बजरंगबली की आराधना से सभी शत्रु बाधाएं, कोर्ट-कचहरी, रोग और भय समाप्त होते हैं। श्रद्धालु आज हनुमान चालीसा, सुंदरकांड का पाठ करें और हनुमान मंदिर में जाकर चोला चढ़ाएं।

आज का पंचांग के अनुसार, सूर्योदय 6:04 AM और सूर्यास्त 6:44 PM पर होगा। चंद्रमा का उदय 2:45 PM पर और चंद्रास्त अगले दिन सुबह 4:07 AM पर होगा। चंद्र राशि आज कर्क और उपरांत सिंह रहेगी। अश्लेषा नक्षत्र सुबह 7:55 तक रहेगा जिसके बाद मघा नक्षत्र शुरू होगा।

शुभ मुहूर्तों की बात करें तो ब्रह्म मुहूर्त 4:33 AM से 5:19 AM, अभिजीत मुहूर्त 11:59 AM से 12:49 PM, विजय मुहूर्त 2:30 PM से 3:21 PM और गोधूलि मुहूर्त 6:42 PM से 7:05 PM तक है। अमृत काल और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6:13 AM से 7:55 AM तक है, इस दौरान किए गए कार्य विशेष रूप से फलदायी माने गए हैं।

अशुभ कालों में राहुकाल दोपहर 3:34 PM से 5:09 PM तक रहेगा। यमगंड 9:14 AM से 10:49 AM, गुलिक काल 12:24 PM से 1:59 PM और दिशाशूल उत्तर दिशा में रहेगा, अतः उत्तर दिशा की यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।

आज भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत पुण्यदायी है—व्रत, पूजा, दान और उपासना का महत्व कई गुना बढ़ गया है। कामदा एकादशी की कथा पढ़ना व सुनना व्रत को पूर्ण करता है।