विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव जैसे दिग्गजों की लिस्ट में अब एक नया नाम जुड़ गया है – अभिषेक शर्मा। सिर्फ 23 साल की उम्र में इस युवा बल्लेबाज़ ने T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बल्लेबाज़ी रैंकिंग में पहला स्थान हासिल कर लिया है। यही नहीं, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तूफानी बल्लेबाज़ ट्रैविस हेड को पछाड़ते हुए 829 पॉइंट्स के साथ टॉप स्पॉट पर कब्जा कर लिया।
कभी जो खिलाड़ी सिर्फ घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहा था, वही आज दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज़ों में गिना जा रहा है।
IPL की चकाचौंध से इंटरनेशनल का ताज तक
पंजाब के इस बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने IPL में अपने दमदार स्ट्राइक रेट और आतिशी पारियों से ध्यान खींचा था, लेकिन इंटरनेशनल टी20 डेब्यू के बाद उन्होंने जो तूफान मचाया, उसने सबको चौंका दिया। ज़िम्बाब्वे के खिलाफ T20I में शतक जड़ने वाले अभिषेक ने बाद में इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 54 गेंदों में 135 रन की विस्फोटक पारी खेली, जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे यादगार पारियों में से एक बन गई।
“विराट की विरासत, सूर्या की शैली और अभिषेक की आंधी”
जहां विराट कोहली अपनी क्लासिकल टेक्निक और संयम से बल्लेबाज़ी को परिभाषित करते हैं, वहीं सूर्यकुमार यादव अपने 360 डिग्री शॉट्स से क्रिकेट को कला में बदल देते हैं। लेकिन अभिषेक शर्मा का अंदाज़ इन सबसे अलग है — एकदम निडर, रॉ और इंटेंस। उनका खेल मैदान में सिर्फ रन बनाने के लिए नहीं, बल्कि बॉलर की मानसिकता तोड़ने के लिए होता है।
“भारत को मिला T20 का नया सुपरस्टार?”
क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अभिषेक शर्मा में “नई पीढ़ी की आक्रामकता और पुरानी पीढ़ी की लगन” दोनों का मेल है। अब सवाल ये है कि क्या वो इस मुकाम को लंबे समय तक बनाए रख पाएंगे? क्या वो भारत की T20 टीम का नया स्तंभ बनेंगे?
एक बात तय है — भारत को T20 का एक और सुपरस्टार मिल गया है, और उसका नाम है: अभिषेक शर्मा।
भारतीय टेस्ट क्रिकेट की दो अहम धुरी—रविंद्र जडेजा और ऋषभ पंत—ने ICC की ताजा टेस्ट रैंकिंग में शानदार उपलब्धियां दर्ज की हैं।
सबा लंबी अवधि से भारतीय टीम के संतुलन की रीढ़ माने जा रहे रवींद्र जडेजा ने टेस्ट क्रिकेट के ऑलराउंडर रैंकिंग में लगातार 177वें हफ्ते तक नंबर-1 पोजिशन को बरकरार रखा है। यह उपलब्धि सिर्फ उनकी ऑलराउंड काबिलियत का नहीं, बल्कि उनकी स्थिरता और निरंतर प्रदर्शन का प्रमाण है।
जडेजा ने हाल के सीजन में जहां गेंदबाज़ी में विकेटों की झड़ी लगाई है, वहीं निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करते हुए भी कई अहम पारियां खेली हैं। यही संतुलन उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में शीर्ष पर बनाए रखता है।
दूसरी ओर, टेस्ट टीम के आक्रामक और प्रतिभाशाली विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत ने करियर की अब तक की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग हासिल कर ली है। वे टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में सातवें स्थान पर पहुंच गए हैं।
हाल ही में हुए मैनचेस्टर टेस्ट में उनकी शानदार दो पारियों—जिसमें एक तेजतर्रार शतक शामिल था—ने उन्हें यह उछाल दिलाई है। उनकी शैली और आत्मविश्वास भारतीय टेस्ट लाइनअप को नई ऊर्जा देते हैं।
जडेजा और पंत की यह सफलता भारतीय टेस्ट क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य की ओर इशारा करती है। दोनों ही खिलाड़ी अपने-अपने विभाग में लगातार योगदान देते आ रहे हैं और विश्व क्रिकेट में भारत की प्रतिष्ठा को मजबूती से बनाए हुए हैं।
जहां जडेजा की निरंतरता प्रेरणा देती है, वहीं पंत की तेजी और आक्रामकता टीम इंडिया के लिए एक नया आक्रामक चेहरा पेश करती है।