पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम भारवर्ग में स्टार रेसलर Vinesh Phogat ने क्यूबा की युस्नेलिस गुजमैन लोपेज को सेमीफाइनल में 5-0 से हराते हुए फाइनल में एंट्री मारी। वह रेसलिंग के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय पहलवान हैं। वह अब गोल्ड मेडल मुकाबले में उतरेंगी। उनके अलावा महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू रात में मोर्चा संभालेंगी।
विनेश फोगाट ने मंगलवार को महिला 50 किग्रा फ्रीस्टाइल इवेंट के सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन (Yusneylys Guzman) को 5-0 से करारी शिकस्त दी। अब विनेश का फाइनल आज लगभग रात को 10 बजे होगा। उनके पास फाइनल जीतकर गोल्ड मेडल जीतने का भी सुनहरा मौका है। अब फाइनल में उनका मुकाबला अमेरिका की सारा ऐन हिल्डेब्रांड से होगा, जो एक बार ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल, जबकि चार बार वर्ल्ड चैंपिनशिप में पदक जीत चुकी हैं। ऐसे में विनेश के लिए यह मुकाबला आसान नहीं होने वाला।
कौन है सारा हिल्डेब्रांड
2020 में खेले गए टोकियो ओलंपिक में सारा हिल्डेब्रांड ने 50 किग्रा कैटेगरी में कांस्य पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा उन्होंने चार बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी अपने देश का नाम रोशन किया। 2018 में बुडापेस्ट और 2021 में ओस्लो में खेले गए वर्ल्ड चैंपियनशिप मुकाबले में हिल्डेब्रांड ने क्रमश 53 और 50 किग्रा कैटेगरी में दूसरा स्थान हासिल कर सिल्वर मेडल जीता था। इसी तरह से, उन्होंने 2022 और 2023 में बेलग्रेड में खेले गए वर्ल्ड चैंपियनशिप मैच में 50 किग्रा कैटेगरी में तीसरा स्थान हासिल कर सिल्वर मेडल हासिल किया था।
फाइनल में जाने से पहले विनेश फोगाट ने बड़ा उलटफेर करते हुए अब तक अपराजेय मौजूदा चैम्पियन युई सुसाकी को शिकस्त देने के बाद यूक्रेन की ओक्साना लिवाच को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। इसी लय को कायम रखते हुए उन्होंने लोपेज को 5-0 के अंतर से शिकस्त देकर फाइनल का टिकट कटाया। इस स्पर्धा का फाइनल बुधवार को खेला जाएगा, जहां उनके सामने अमेरिका की सारा ऐन हिल्डेब्रांड की चुनौती होगी।
गोल्ड मेडल जीतने का सुनहरा मौका
विनेश भारत की पहली महिला पहलवान है जो ओलंपिक के किसी वर्ग के फाइनल में पहुंची है। पुरुष वर्ग में सुशील कुमार और रवि दाहिया को ओलंपिक फाइनल खेलना का अनुभव है, लेकिन ये दोनों रजत पदक ही जीत पाए थे, ऐसे में विनेश के पास कुश्ती में देश का पहला स्वर्ण पदक विजेता बनने का मौका होगा। विनेश रियो और तोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी।