उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र हंगामेदार शुरुआत के साथ मंगलवार को शुरू हुआ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने विपक्ष की भूमिका निभाते हुए सरकार के खिलाफ अनोखे अंदाज में विरोध दर्ज कराया। मेरठ की सरधना सीट से सपा विधायक अतुल प्रधान अंग्रेजों के जमाने जैसी बेड़ियां और हथकड़ियां पहनकर विधानसभा पहुंचे, जबकि सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ‘नैतिकता का अस्थि कलश’ लेकर आए।

अमेरिका में भारतीयों के साथ अमानवीय व्यवहार पर विरोध
अतुल प्रधान ने कहा कि अमेरिका में भारतीयों को हथकड़ियों में जकड़कर डिपोर्ट किया जा रहा है और केंद्र सरकार चुप है। उन्होंने अपने शरीर पर जंजीरें डालकर सरकार को जगाने का प्रयास किया। उनकी टी-शर्ट पर लिखा था ‘भारतीयों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान’। सोशल मीडिया पर तस्वीरें और वीडियो पोस्ट कर उन्होंने सरकार पर निशाना साधा और मांग की कि अमेरिका से अपमानित कर भेजे गए भारतीय नागरिकों को न्याय मिले।

कुंभ हादसे पर सरकार को घेरा
सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने कुंभ में हुई भगदड़ के मृतकों की सही संख्या छिपाने का आरोप लगाते हुए नैतिकता के ‘अस्थि कलश’ के साथ विरोध जताया। वहीं, सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण में सरकार की झूठी तारीफ की जा रही थी, इसलिए इसका विरोध हुआ। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।

सरकार पर जनविरोधी नीतियों के आरोप
सपा नेताओं ने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने भाजपा सरकार को ‘जनविरोधी और किसान विरोधी’ करार दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष कुंभ हादसा, संभल हिंसा, जातीय जनगणना और मिल्कीपुर उपचुनाव के मुद्दों पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी कर चुका है।

20 फरवरी को पेश होगा बजट, सत्र के और भी गरमाने के आसार
बजट सत्र के पहले ही दिन जिस तरह से सपा विधायकों ने अनोखे अंदाज में विरोध किया, उससे यह साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में सदन में सियासी संग्राम और तेज होगा। 20 फरवरी को वित्तीय वर्ष 2025-26 का आम बजट पेश किया जाएगा और माना जा रहा है कि बजट सत्र में और भी ज्यादा राजनीतिक सरगर्मी देखने को मिलेगी।







