➤उत्तरकाशी के धराली गांव में भीषण बादल फटने की घटना
➤तेज मलबे और पानी के बहाव से गांव में अफरा-तफरी
➤SDRF और प्रशासनिक टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटीं
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में सोमवार रात एक भीषण बादल फटने (Cloudburst) की घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी। इस प्राकृतिक आपदा के चलते भारी मात्रा में मलबा और तेज पानी का बहाव गांव में आ गया, जिससे लोगों को संभलने तक का मौका नहीं मिला। ग्रामीणों के मुताबिक, देर रात तेज गर्जना के साथ अचानक पानी और मलबे की बड़ी धारा गांव की ओर बहने लगी, जिससे कई घर और रास्ते चपेट में आ गए।

घटना की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि लोग जान बचाने के लिए चीखते-चिल्लाते हुए सुरक्षित स्थानों की ओर भागते नजर आए। मलबे के कारण कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए और गांव का संपर्क मार्ग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। अब तक की जानकारी के अनुसार, 7 से अधिक लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है, जबकि कुछ लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल), पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य में जुट गई है। मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकालने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर आसपास के गांवों को भी अलर्ट पर रखा है।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा पहले से किसी भी प्रकार की चेतावनी नहीं दी गई थी, जिससे यह आपदा और अधिक घातक बन गई। पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण पहले ही भूस्खलन और जलभराव जैसी समस्याएं सामने आ रही थीं, और अब इस बादल फटने की घटना ने संकट को और गहरा कर दिया है।

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने जीवन में पहली बार इतनी तेजी से मलबा और पानी आते देखा, जो पलक झपकते ही घरों को बहा ले गया। लोग पूरी रात जागकर अपनी सुरक्षा का इंतज़ाम करते रहे।
फिलहाल राहत एवं बचाव कार्य जारी है और अधिकारियों द्वारा मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है। प्रभावित परिवारों को तत्काल राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है, जहां खाने-पीने और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।