Uttarkashi Bus Accident : गंगोत्री हाईवे पर तीर्थ यात्रियों से भरी बस अनियंत्रित होने के बाद करीब 25 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। गनीमत रही कि बस खाई में एक पेड़ पर अटक गई और इसके चलते भागीरथी नदी में गिरने से बच गई। रात 12 बजे तक हादसे में तीन तीर्थ यात्रियों की मौत हुई है जबकि 26 घायल हैं।
बताया जा रहा है कि ब्रेक फेल होने के कारण बस अनियंत्रित होकर खाई में गिरी। बस रुद्रपुर ऊधम सिंह नगर जिले में पंजीकृत है और अधिकांश तीर्थयात्री उत्तराखंड के हल्द्वानी व रुद्रपुर और उत्तर प्रदेश के बरेली व मेरठ के रहने वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिला प्रशासन को तेजी से राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जिला अस्पताल समेत हायर सेंटर को अलर्ट रहने और आवश्यकता पड़ने पर घायलों को एयरलिफ्ट करने के लिए प्रशासन को निर्देशित किया है। उन्होंने सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने भी जिलाधिकारी से दूरभाष पर बात कर घायलों का हाल जाना और आवश्यकता पड़ने पर हायर सेंटर रेफर करने के निर्देश दिए।
क्रैश बैरियर को तोड़ खाई में गिरी बस
हादसा रात करीब नौ बजे गंगोत्री धाम से 50 किमी की दूरी पर हुआ। पुलिस के अनुसार, मंगलवार सुबह 29 तीर्थ यात्रियों को लेकर एक बस उत्तरकाशी से गंगोत्री गई थी। वहां दर्शन आदि के बाद शाम करीब चार बजे बस तीर्थ यात्रियों को लेकर उत्तरकाशी के लिए रवाना हुई।
गंगनानी से करीब 50 मीटर पहले बस अनियंत्रित हो गई और क्रैश बैरियर को तोड़ती हुई खाई में जा गिरी। घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय निवासी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया। अधिकांश तीर्थ यात्रियों को उन्होंने ही खाई से निकाला। एक मृतक की पहचान दीपा तिवारी निवासी रुद्रपुर के रूप में हुई, जबकि दो अन्य मृतकों की पहचान नहीं हो पाई थी।
इसी स्थान पर पहले भी हो चुका है हादसा
जिलाधिकारी डा. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि पुलिस, पीआरडी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम ने करीब एक घंटे में 19 घायलों को खाई से निकालकर सड़क तक पहुंचाया। घायलों को गंगोत्री से लौट रहे अन्य तीर्थ यात्रियों के वाहनों और 108 एंबुलेंस के जरिये जिला अस्पताल भेजा गया। इसी स्थान पर वर्ष 2010 में कांवड़ यात्रियों से भरा ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें 27 कांवड़ यात्रियों की मृत्यु हो गई थी। वर्ष 2023 में यहां बस दुर्घटनाग्रस्त होने से सात तीर्थ यात्रियों की मृत्यु हुई थी।