● यूक्रेन के प्रस्ताव का अमेरिका और इजरायल ने किया विरोध, पहली बार बदला स्टैंड
● ट्रम्प और जेलेंस्की में जुबानी जंग, अमेरिका ने मांगी यूक्रेन से पैसे की वापसी
US Russia Ukraine Conflict : संयुक्त राष्ट्र (UN) महासभा में मंगलवार को यूक्रेन के खिलाफ अमेरिका के वोट ने सभी को चौंका दिया। यूक्रेन ने रूस के खिलाफ एक प्रस्ताव पेश किया था, जिसमें रूसी सेना की तत्काल वापसी और युद्ध अपराधों के लिए रूस की जवाबदेही की मांग की गई थी। लेकिन अमेरिका और इजराइल ने इस प्रस्ताव का विरोध किया, जबकि भारत और चीन समेत 65 देशों ने वोटिंग से दूरी बनाए रखी।
यूक्रेनी प्रस्ताव में तीन प्रमुख मांगे थीं:
- यूक्रेन से रूसी सेना की तत्काल वापसी
- यूक्रेन में स्थायी और न्यायपूर्ण शांति
- रूस को युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार ठहराना
हालांकि, यह प्रस्ताव 93 वोटों के समर्थन और 18 विरोध के बावजूद पारित हो गया। अमेरिका ने खुद भी एक प्रस्ताव पेश किया, लेकिन उसमें न रूस का जिक्र था और न ही युद्ध की निंदा। अमेरिका ने बस यूक्रेन-रूस के जानमाल के नुकसान पर दुख जताया और शांति की अपील की।
अमेरिका के वोट से यूरोपीय सहयोगी नाराज
अमेरिका का यह कदम यूरोपीय देशों के लिए एक झटका साबित हुआ। फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी समेत कई यूरोपीय देशों ने इसपर नाराजगी जाहिर की और इसे अमेरिका की नीति में बदलाव करार दिया।
ट्रम्प vs जेलेंस्की: जुबानी जंग तेज
इस राजनीतिक उठापटक के बीच, अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच जुबानी जंग भी देखने को मिली।
ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर जेलेंस्की को “एक मामूली कॉमेडियन और बिना चुनाव वाला तानाशाह” करार दिया, जबकि जेलेंस्की ने पलटवार करते हुए कहा कि “ट्रम्प गलतफहमी में जी रहे हैं।”
अमेरिका ने यूक्रेन से पैसा वापस मांगा
डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन को दी गई वित्तीय सहायता की वापसी की मांग की है।
उन्होंने कहा,
“हमने यूक्रेन को अरबों डॉलर दिए, अब हम बदले में कुछ चाहते हैं, चाहे वो तेल हो या रेअर मिनरल।”
इसके जवाब में जेलेंस्की ने कहा,
“अमेरिका ने हमें मदद दी थी, न कि कर्ज। इसे कर्ज मानने का सवाल ही नहीं उठता।”

