- हरियाणा में अधिकतम तापमान 25°C और न्यूनतम 10°C तक रह सकता है।
- 7 और 8 मार्च को हल्की बारिश की संभावना, लेकिन फसलों को कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा।
- हवा की गति 10-15 किमी/घंटा रहेगी, जिससे ठंडक बनी रहेगी।
Haryana Weather: हरियाणा में आने वाले दिनों में मौसम सामान्य रहने की संभावना है। दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है, जबकि रात में पारा 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 7 और 8 मार्च को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है, लेकिन यह बारिश सामान्य से कम रहेगी और किसानों को फसल पर कोई गंभीर प्रभाव नहीं पड़ेगा।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हवा की गति 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा के बीच रहेगी, जिससे वातावरण में हल्की ठंडक बनी रहेगी। हवा की दिशा मुख्य रूप से उत्तर-पश्चिम से पूर्व-दक्षिण की ओर रहेगी, जिससे सुबह और शाम के समय ठंडी हवा का अहसास होगा।
दिन के समय हल्की धूप बनी रहेगी और आर्द्रता का स्तर संतुलित रहने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी। 4 मार्च से 10 मार्च तक का मौसम सुखद रहेगा और स्वास्थ्य व कृषि के लिए यह समय अनुकूल होगा।
उधर,हिमाचल में ठंड का कहर जारी है। पर्वतीय इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है। मैदानों में बारिश का दौर जारी है। यहां कल तक मौसम खराब रहेगा दूसरी तरफ पंजाब में आज बारिश को लेकर कोई भी अलर्ट जारी नहीं किया गया। ना ही कहीं बारिश की संभावना बन रही है। वहीं, बीते 24 घंटों में छुटपुट इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई, जबकि अधिकतर जिलों में बादल छाए रहे। जिसके बाद तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिल रही है। लेकिन आने वाले दिनों में दिन का अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जाएगी और ये सामान्य से अधिक रहेगा।
राज्य में औसत अधिकतम तापमान में 0.8°C की गिरावट दर्ज की गई है, हालांकि यह सामान्य के करीब ही बना हुआ है। राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 27.3°C मोहाली में दर्ज किया गया।
भले ही मार्च की शुरुआत बारिश से हुई हो, लेकिन मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि मार्च का महीना भी गर्म रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, मार्च के पहले हफ्ते में पंजाब और आसपास के राज्यों में तापमान सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा रहने का अनुमान है। वहीं, 7 से 14 मार्च तक तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा।
बीते दिनों मौसम विभाग की तरफ से ओरेंज अलर्ट जारी किया गया था, लेकिन ना ही बारिश हुई और ना ही ओलावृष्टि हुई। ये किसानों के लिए राहत थी। आने वाले दिनों में दिन का तापमान का बढ़ना भी किसानों के लिए बेहतर होगा।