बाढड़ा क्षेत्र में लंबित ट्यूबेल कनेक्शन से गुस्साए किसानों ने शहर में पैदल मार्च किया और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चरखी-दादरी भारतीय किसान यूनियन ने रविवार को ही रोड जाम करने और बिजली घर के घेराव का अल्टीमेटम दिया था। भाकियू की मांग थी कि अगर बुधवार तक ट्यूबेल कनेक्शन जारी नहीं किए गए तो बिजली घर की तालाबंदी कर उसके सामने धरना दिया जाएगा।
किसानों का कहना है कि उन्होंने 4 से 5 प्रति लाख रुपये प्रति किसान जमा करवा रखें हैं, लेकिन सरकार व प्रशासन बार-बार इसे लटकाने का काम कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि प्रशासन और नेता केवल राजनीति कर रहे हैं। उनका कहना है कि नेताओं को किसानों की समस्याओं से कोई लेना-देना नही है।
नाराज किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले बिजली विभाग और नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने हिसार-महेन्द्रगढ़ रोड को लगभग एक घंटे जाम कर दिया। जाम के कारण यातायात प्रभावित रहा।
सूचना पाकर बाढड़ा थाना प्रभारी संदीप कुमार व एसडीएम डॉक्टर विरेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे। किसानों ने एसडीएम से बात करने से इनकार कर दिया। बाद में एसडीएम ने बिजली निगम के अधिकारियों को बुलाकर किसानों से बातचीत की। बिजली विभाग ने 30 जून से पहले किसानों के सभी लंबित ट्यूबल कनेक्शन जारी करने का भरोसा दिया है।
आश्वासन के बावजूद किसान संतुष्ट नहीं दिखे। बाढड़ा के एसडीएम डाक्टर विरेन्द्र सिंह ने खुद जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि आज शाम तक बिजली के पोल और शनिवार तक पहला कनेक्शन लग जाएगा। सभी लंबीत कनेक्शन 30 जून से पहले जारी कर दिए जाएंगे। एसडीएम के आश्वसन के बाद ही किसानों ने सड़क खोलने का फैसला किया। जाम खुलने के बाद प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।