- किरण चौधरी ने साझा की समुद्री यात्रा की फोटो, लिखा “नीति, प्रकृति और सहभागिता का संगम”
- राजनीतिक गलियारों में उठा सवाल—बैंगारम द्वीप की लहरों पर कांग्रेस-भाजपा की ‘साथ-साथ’ यात्रा क्यों?
- शशि थरूर के भी वायरल फोटो पर यूजर्स ने ली हल्की-फुल्की चुटकी—”समुद्र में साहित्य, राजनीति और रोमांच का मिश्रण!”
Political Satire: राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की एक फेसबुक पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। उन्होंने बैंगारम द्वीप की समुद्री यात्रा की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा—”बैंगारम द्वीप की ओर सांसदों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक के लिए जल यात्रा करने का अवसर मिला। समुद्र की लहरों पर लोकतंत्र के संवाद का अद्भुत अनुभव रहा। नीति, प्रकृति और सहभागिता का अनूठा संगम।”
हालांकि, सोशल मीडिया पर इस पोस्ट को लेकर अब हल्के-फुल्के तंज और गंभीर राजनीतिक सवाल दोनों उठ रहे हैं। पोस्ट में साझा की गई तस्वीरों में विभिन्न दलों के सांसद एक साथ नजर आ रहे हैं, जिससे कुछ यूजर्स ने चुटकी लेते हुए लिखा—“कांग्रेस-भाजपा साथ-साथ, अब लहरों पर भी विचार-विमर्श!”
इसी यात्रा की अन्य तस्वीरों में कांग्रेस नेता शशि थरूर भी समुद्र के बीच खड़े दिखे, जिन पर यूजर्स ने अपनी रचनात्मकता दिखानी शुरू कर दी है। एक यूजर ने लिखा—“जब समुद्र भी थरूर के शब्दों में बह जाए!” तो वहीं एक और टिप्पणी आई—“साहित्य, राजनीति और रोमांच—शशि थरूर स्टाइल में!”
जहां कुछ यूजर्स इसे लोकतंत्र के संवाद की खूबसूरती बता रहे हैं, वहीं कई इसे राजनीतिक समीकरणों के नए संकेत के रूप में देख रहे हैं। खास बात यह है कि पोस्ट में खुद किरण चौधरी ने किसी राजनीतिक दल का उल्लेख नहीं किया, लेकिन “नीति और सहभागिता” की बात कहकर एक खुली व्याख्या की संभावना जरूर छोड़ दी है।
राजनीतिक चुटकीबाज़ों की बात करें तो सोशल मीडिया पर इस यात्रा को लेकर यह बहस तेज हो गई है कि क्या बैंगारम द्वीप की शांति में कोई नया गठबंधन आकार ले रहा है, या यह सिर्फ एक ‘नीति युक्त विश्राम यात्रा’ है।