जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र और राज्य सरकारों ने सख्त रुख अपनाया है। राज्य में सुरक्षाबलों ने अब तक लश्कर और जैश से जुड़े 6 आतंकियों के घर विस्फोट से गिरा दिए हैं। दूसरी ओर गुजरात में 500 से अधिक बांग्लादेशी घुसपैठियों को हिरासत में लिया गया है।
आतंकियों के घर ब्लास्ट से ढहाए गए
पहलगाम हमले में शामिल संदिग्ध आतंकियों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों ने जिन आतंकियों के घरों को निशाना बनाया, उनमें शामिल हैं:
- आसिफ शेख (लश्कर)
- आदिल ठोकेर
- हारिस अहमद
- अहसान उल हक (जैश)
- जाकिर अहमद गनई
- शाहिद अहमद कुटे
जिनमें से कई पहले भी पाकिस्तान में ट्रेनिंग ले चुके हैं।
TRF का पलटी बयान: ‘हम जिम्मेदार नहीं’
पहलगाम हमले के तीन दिन बाद द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया। TRF ने दावा किया कि उसका डिजिटल प्लेटफॉर्म हैक कर फर्जी बयान जारी किया गया। संगठन ने भारतीय एजेंसियों पर साजिश रचने का आरोप लगाया।
गुजरात में 500 बांग्लादेशी हिरासत में
हमले के बाद केंद्र सरकार ने देशभर में घुसपैठियों की पहचान और कार्रवाई तेज कर दी है। सूरत और अहमदाबाद में पुलिस रेड में करीब 500 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया। गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी राज्यों से घुसपैठियों की पहचान कर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और भारत का रुख
- UN सिक्योरिटी काउंसिल ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 वैश्विक नेताओं से बात कर पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया।
- डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को मिलकर कश्मीर मसले का हल निकालना होगा।
- पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो ने भड़काऊ बयान दिया—”या तो सिंधु में पानी बहेगा, या खून।”
हमास कनेक्शन की भी जांच
NIA अधिकारियों के अनुसार, पहलगाम हमले में लश्कर के साथ फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के तीन कमांडरों के लिंक की पुष्टि हुई है। ये कमांडर पिछले 6 माह से पाकिस्तान में सक्रिय थे और PoK में लश्कर व जैश जैसे संगठनों से मुलाकात कर रहे थे।