Copy of Copy of मुख्य सचिव के सेवा विस्तार को हाईकोर्ट में चुनौती 15 मई को अगली सुनवाई 10

शहीद मनोज फोगाट को बेटे ने दी मुखाग्नि, गांव में उमड़ा जनसैलाब

Breaking News

  • चरखी दादरी के समसपुर गांव के लांसनायक मनोज फोगाट आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद, बेटे ने दी मुखाग्नि
  • पंजाब के कपूरथला में ऑपरेशन के दौरान गोली लगने से हुए शहीद, गांव में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
  • सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार, सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी, सांसद धर्मबीर सिंह और विधायक पहुंचे

Shaheed Manoj Phogat: हरियाणा के चरखी दादरी जिले के समसपुर गांव का वीर सपूत लांसनायक मनोज फोगाट आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन में गुरुवार को पंजाब के कपूरथला में शहीद हो गए। शनिवार सुबह उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें उनके 5 वर्षीय बेटे प्रिंस ने सैल्यूट कर मुखाग्नि दी। भावुक क्षणों में पूरा गांव गमगीन था और देशभक्ति के जयकारे गूंज रहे थे।

मनोज फोगाट 2011 में ग्रेनेडियर रेजिमेंट में भर्ती हुए थे। वे मिलनसार स्वभाव के माने जाते थे और छुट्टी में घर आते ही हर किसी से मिलते थे। उनकी शहादत ने परिवार को तोड़ कर रख दिया है। उनके परिवार में पत्नी रेखा, 8 वर्षीय बेटी दीक्षा, 5 वर्षीय बेटा प्रिंस और वृद्ध मां संतोष हैं। पिता, भाई और बहन का निधन पहले ही हो चुका है।

2025 5image 09 12 508357501bhiwani ll

सेना के अधिकारियों ने पुष्टि की कि मनोज ऑपरेशन के दौरान सिर में गोली लगने से शहीद हुए, लेकिन ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी साझा नहीं की गई। उनकी पार्थिव देह जब घर पहुंची, तो परिवार और गांव में रो-रोकर माहौल भावुक हो गया।

Whatsapp Channel Join

2025 5image 10 24 3048813533 ll

अंतिम संस्कार में सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी, भिवानी-महेन्द्रगढ़ से सांसद धर्मबीर सिंह और दादरी के विधायक सुनील सांगवान भी पहुंचे। मंत्री ने कहा, “मनोज ने देश के लिए बलिदान दिया है, हम सभी को उनकी शहादत पर गर्व है।”

2025 5image 13 00 332914590bhiwani ll

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भी सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा,
“हरियाणा का वीर सपूत मनोज फोगाट देश सेवा करते हुए शहीद हुए, उनकी शहादत को देश कभी नहीं भूलेगा।”

2025 5image 10 12 2576486451 ll

मनोज फोगाट हाल ही में 4 मई को बेटे का जन्मदिन मनाकर ड्यूटी पर लौटे थे और कुछ ही दिनों में वे देश के लिए बलिदान दे बैठे। उनके अंतिम संस्कार के दौरान पूरा गांव एकजुट होकर नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रहा था।