● चरखी दादरी में बिजली संकट के खिलाफ ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन
● SDO को धूप में जमीन पर बैठाया, बिजलीघर पर ताला जड़ा गया
● लिखित आश्वासन के बाद ही मामला शांत हुआ, ग्रामीण बोले – अब और नहीं सहेंगे
हरियाणा के चरखी दादरी जिले में बिजली संकट अब उग्र विरोध का कारण बन गया है। बीते दिनों जिले के तीन गांवों – जिनमें बांधवास, गोठड़ी और ढाणी फकीरा शामिल हैं – के सैकड़ों ग्रामीणों ने बिजली विभाग के एसडीओ (SDO) को घेर लिया और उन्हें तेज धूप में जमीन पर बैठा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि उनके इलाकों में 24 घंटे में केवल डेढ़ से दो घंटे ही बिजली आ रही है, जिससे पेयजल आपूर्ति, फसल सिंचाई और गर्मी से राहत जैसी मूलभूत आवश्यकताएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं।
प्रदर्शनकारियों ने बिजलीघर की सप्लाई काट दी और ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान एसडीओ द्वारा कथित रूप से कहा गया कि “एक नहीं दो ताले लगा दो, मैं नहीं डरता”, जिससे ग्रामीण और अधिक भड़क गए। इस बयान ने स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया।
प्रदर्शन करीब चार घंटे तक चलता रहा, जिसमें महिलाएं, बुजुर्ग और किसान भी शामिल रहे। तेज गर्मी और बिजली कटौती से त्रस्त ग्रामीणों ने दो टूक कह दिया कि अब वे आश्वासन नहीं, कार्रवाई चाहते हैं। जब स्थिति बेकाबू होती दिखी, तब एसडीओ ने एक लिखित आश्वासन दिया कि क्षेत्र में बिजली आपूर्ति को प्राथमिकता दी जाएगी और जल्द सुधार लाया जाएगा।
इसके बाद ही ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया और बिजलीघर का ताला खोला। यह घटना सिर्फ चरखी दादरी जिले में बिजली व्यवस्था की बदहाली को ही नहीं दर्शाती, बल्कि यह भी बताती है कि आमजन अब सरकारी असंवेदनशीलता के खिलाफ सीधे मोर्चा खोलने को तैयार हैं।
इस पूरे घटनाक्रम ने हरियाणा में बिजली वितरण की स्थिति और प्रशासनिक प्रतिक्रिया को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि बिजली की स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में और भी तेज विरोध देखने को मिल सकता है।