➤ मंत्री को छोड़ने के बाद ड्यूटी छोड़ निजी काम पर गए थे पुलिसकर्मी
➤ रात 2 बजे गढ़ी गांव के पास ट्रक से टकराई पीसीआर, तीन पुलिसकर्मी घायल
➤ SP यशवर्धन की जांच में उजागर हुई झूठी कहानी, सभी सस्पेंड, नुकसान की भरपाई खुद करेंगे
हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा के काफिले की पायलट गाड़ी के एक्सीडेंट की सच्चाई अब सामने आ गई है। हांसी के एसपी यशवर्धन की जांच में साफ हुआ है कि मंत्री को एस्कॉर्ट करने के बाद PCR-2 स्टाफ ड्यूटी छोड़कर निजी कार्य से भिवानी के मुंढाल गांव चला गया। लौटते वक्त गढ़ी गांव के पास उनकी गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई, जिससे तीनों पुलिसकर्मी घायल हो गए।
हादसे के बाद पुलिस कर्मचारियों ने दावा किया था कि वे गढ़ी की तरफ आ रहे थे और सामने वाले ट्रक ने अचानक ब्रेक मारी, जिससे हादसा हुआ। लेकिन SP की जांच में पाया गया कि रात 10:23 बजे मंत्री को टोल प्लाजा पर छोड़ने के बाद उनकी ड्यूटी शहर थाना हांसी क्षेत्र में थी, जबकि वे अपनी ड्यूटी से हटकर निजी काम पर चले गए थे।
इस लापरवाही के चलते सब-इंस्पेक्टर राजकुमार, कांस्टेबल विजय और एसपीओ धर्मपाल को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही, गाड़ी को ठीक कराने में जितना भी खर्च आएगा, उसकी भरपाई इन्हीं से करवाई जाएगी।
हादसे में तीनों पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें एक की हालत गंभीर बताई गई है। घटना के बाद सोरखी पुलिस चौकी की टीम मौके पर पहुंची। ट्रक ड्राइवर अभी फरार है।
गौरतलब है कि मंत्री गंगवा ने गुरुवार रात को रेवाड़ी में प्रजापति समाज की बैठक के बाद हिसार के लिए काफिला रवाना किया था, जिसे हांसी पुलिस की पीसीआर गाड़ी ने एस्कॉर्ट किया था।
SP यशवर्धन ने जब अस्पताल जाकर खुद पुलिसकर्मियों से बयान लिए, तब उन्हें शक हुआ और उन्होंने जांच अपने हाथ में ले ली। मंत्री के PA ने भी पुष्टि की कि मंत्री रात 10:20 बजे घर पहुंच गए थे, जबकि एक्सीडेंट रात 2 बजे हुआ।