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हरियाणा में दर्दनाक हादसा: ट्राले ने कुचला दिल्ली का परिवार, गर्भवती महिला समेत तीन की मौत

हरियाणा रेवाड़ी
  • दिल्ली के रघुबीरनगर निवासी दंपती और 7 वर्षीय बेटे की रेवाड़ी में ट्राले की टक्कर से मौत।
  • दंपती का 12 वर्षीय बेटा अंगद हादसे के बाद लापता, नहीं दे पाया मुखाग्नि ।
  • मृतका राखी 7 माह की गर्भवती थी; हादसे ने पूरे परिवार को तबाह कर दिया।

हरियाणा के रेवाड़ी जिले में हुए एक भीषण सड़क हादसे ने दिल्ली के एक पूरे परिवार को तबाह कर दिया। हादसा उस समय हुआ जब दिल्ली के रघुबीरनगर निवासी अमित अपनी पत्नी राखी और 7 वर्षीय बेटे युवक के साथ स्कूटी पर रेवाड़ी से दिल्ली लौट रहे थे। आसलवास के पास एक तेज़ रफ्तार ट्राला डिवाइडर पार कर उनकी स्कूटी से टकरा गया, जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।

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मृतक अमित की पत्नी राखी सात माह की गर्भवती थीं, और साथ में उनका 7 वर्षीय बेटा युवक भी था। इस दर्दनाक हादसे के बाद परिजनों ने बताया कि अमित और राखी का एक 12 वर्षीय बेटा अंगद भी है, जो हादसे के समय गायब था और अंतिम संस्कार में भी मौजूद नहीं था।

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परिवार ने बताया कि हादसे की सूचना के बाद जब पुलिस ने शवों की पहचान के लिए अमित के भाई सुमित को बुलाया, तो इस बात का खुलासा हुआ कि परिवार में एक और बच्चा है। बाद में अंगद पड़ोस के घर से बरामद हुआ, जहां उसके माता-पिता ने उसे छोड़कर यात्रा की थी। इस कारण अंगद अपने परिवार को अंतिम विदाई भी नहीं दे सका।

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परिवार ने तीनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया, जिसमें अमित के भाई सुमित ने मुखाग्नि दी। हादसे के वक्त ट्राला ड्राइवर मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।

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रेवाड़ी पुलिस हाईवे के आसपास लगे होटल और पेट्रोल पंपों के CCTV फुटेज खंगाल रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि अंगद हादसे के समय साथ में था या नहीं। बाद में जब बच्चा सुरक्षित मिला तो पुलिस ने राहत की सांस ली।

परिवार की आर्थिक स्थिति और मानसिक स्थिति दोनों ही बेहद खराब हैं। अमित के भाई सुमित ने बताया कि उनके और अमित के बीच ज़्यादा बातचीत नहीं थी, लेकिन अमित ने अपनी मां को बताया था कि वो रेवाड़ी किसी तांत्रिक से “टाइफाइड का झाड़ा” लगवाने जा रहा है। पुलिस अभी भी यह पता नहीं कर पाई है कि वह रेवाड़ी शहर में थे या जिले के किसी गांव में

मृतक के तीन भाई हैं, जिनमें सुमित क्रिकेट कोचिंग चलाते हैं और तीसरे भाई ज़ोमैटो में काम करते हैं। अब अमित का एक ही बेटा अंगद बचा है, जो हादसे के बाद पूरी तरह अनाथ हो चुका है।