➤अंबाला मंडल को मिली स्लीपर वंदे भारत ट्रेन
➤चंडीगढ़ से इज्जतनगर तक प्रस्तावित नया रूट
➤आधुनिक तकनीकों और सुरक्षा फीचर्स से लैस ट्रेन
भारतीय रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए अब स्लीपर वर्जन को भी पटरी पर लाने की तैयारी शुरू कर दी है। चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में पहली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस का निर्माण पूरा कर लिया गया है और अब इसे देश के विभिन्न रेलवे जोनों को आवंटित किया जा रहा है।
उत्तर रेलवे के अंबाला मंडल को भी एक स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिली है, जो चंडीगढ़ से उत्तर प्रदेश के इज्जतनगर तक चलाई जाएगी। इसके लिए प्रस्तावित रूट चंडीगढ़, अंबाला कैंट, सहारनपुर, मुरादाबाद, कठगढ़, काशीपुर, लालकुआं होते हुए इज्जतनगर तक तय किया गया है।
इसके अलावा रेलवे गोरखपुर से आगरा, लखनऊ से जयपुर और वाराणसी से जबलपुर तक वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना पर भी काम कर रहा है। जयपुर से लखनऊ जाने वाली वंदे भारत ट्रेन बांदीकुई, भरतपुर, आगरा, टुंडला और कानपुर सेंट्रल से होते हुए गुजरेगी। वहीं गोरखपुर से चलने वाली ट्रेन बाराबंकी, मल्हौर, ऐशबाग, मानकनगर और कानपुर सेंट्रल से होकर आगरा पहुंचेगी। वाराणसी-जबलपुर ट्रेन प्रयागराज और मानिकपुर से होकर गुजरेगी।
नए स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। इसमें सेंसर-एक्टिव इंटरकनेक्टिंग दरवाजे, टच-फ्री बायो-वैक्यूम टॉयलेट, टॉक-बैक यूनिट और फ्लाइट-स्टाइल अटेंडेंट बटन जैसी कई सुविधाएं शामिल की गई हैं।
सुरक्षा के लिहाज से ‘कवच’ नामक टक्कर रोधी प्रणाली और एंटी-क्लाइंबिंग तकनीक भी जोड़ी गई है, जिससे हादसे की स्थिति में एक कोच दूसरे पर न चढ़ सके।
ट्रेन में कुल 16 वातानुकूलित कोच होंगे, जिनमें एसी फर्स्ट क्लास, एसी टू टीयर और एसी थ्री टीयर स्लीपर कोच शामिल हैं। एक ट्रेन में कुल 1128 यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे और इसकी अधिकतम रफ्तार 180 किमी प्रति घंटे होगी।
वंदे भारत की यह नई पेशकश यात्रियों को अधिक आरामदायक, सुरक्षित और तेज यात्रा का अनुभव देने जा रही है।