अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि का उद्घाटन होने वाला है। इस मौके पर देशभर में उत्साह है, लेकिन सेक्टर 16 में निवास करने वाले स्वर्गीय राजेंद्र सिंह के परिवार को अब तक निमंत्रण नहीं मिला है। यह परिवार उन्हीं राजेंद्र सिंह का है, जिन्होंने राम मंदिर मामले में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में गवाही दी थी।
बता दें कि राजेंद्र सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके परिवार के सदस्यों को इस खुशी के मौके पर निमंत्रण नहीं मिला है। रंजीत कौर जो स्वर्गीय राजेंद्र सिंह की पत्नी ने बताया कि राम मंदिर के मामले में सुनवाई के लिए वर्षों पहले लखनऊ में एक विशेष न्यायपीठ का गठन किया गया था। इस न्यायपीठ के तहत चले मामले में उनके पति राजेंद्र सिंह ने श्रीराम मंदिर के पक्ष में खास गवाही दी थी। रंजीत कौर ने बताया कि उनके पति रात दिन गवाही के लिए अध्ययन के साथ-साथ तथ्य भी जुटाते थे। जब-जब गवाही के लिए उन्हें बुलाया जाता था, तो वह लखनऊ कोर्ट जाते थे। रंजीत कौर ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा है और उसे देखने का यह अवसर साकारात्मक है, लेकिन अब तक उन्हें इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण नहीं मिला है। वह निराश हैं, लेकिन उम्मीद भी रख रही हैं कि निमंत्रण उन्हें जल्दी ही मिलेगा।

अपनी गवाही देने का किया था समर्पण
रंजीत कौर ने बताया कि उनका पति राजेंद्र सिंह ने राम मंदिर के लिए अपनी गवाही देने का समर्पण किया था और वह इस कार्यक्रम को अवश्य देखना चाहते थे। उनके अद्भुत योगदान के बावजूद उनके परिवार को इस अवसर पर बुलाया जाना अभी तक नहीं हुआ है।

समाज में जागरूकता बढ़ाने का कार्य
रंजीत कौर ने समाज से निवेदन किया कि उनके पति की याद में और उनके कार्यों को समर्थन में उन्हें इस महत्वपूर्ण समारोह में शामिल किया जाए। उनकी आवाज को सुनते हुए समाज में जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया जा सकता है और उनके समर्थन में जन-जन का समर्थन भी मिल सकता है।
