हरियाणा के जिला करनाल और अंबाला पुलिस रेंज में वर्षों से पदोन्नति की बाट जोह रहे हजारों कर्मचारियों को बहरहाल राहत मिलती नजर नहीं आ रही। हालांकि हरियाणा सरकार ने लंबित पदोन्नति को देखते हुए बीते वर्ष 10 फरवरी 2023 को 4536 नए पद सृजित किए थे।
बता दें कि अंबाला रेंज के तत्कालीन एडीजीपी श्रीकांत जाधव की ओर से मामला संज्ञान में लाए जाने के बाद प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने दोनों रेंजों में पदोन्नति की असमानता को दुरुस्त करने के लिए तत्काल प्रयास शुरू कर दिए थे, लेकिन 1 वर्ष बीतने के बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है। बहरहाल लोकसभा चुनाव की जल्द घोषणा की संभावना के चलते एक बार फिर यह मामला लटकता नजर आ रहा है।

गौरतलब है कि हरियाणा में पुलिस की साउथ रेंज रेवाड़ी, रोहतक रेंज और हिसार रेंज के साथ-साथ सोनीपत, गुड़गांव, फरीदाबाद व पंचकूला पुलिस कमिश्नरेट में हवलदार से लेकर सब इंस्पेक्टर तक के पदों पर मिली प्रमोशन की अपेक्षा करनाल और अंबाला रेंज में उनके बैचमेट को इन्हीं पदों पर अब तक उस तर्ज पर पदोन्नति नहीं मिल पाई, जिसके वह हकदार हैं।

इन रेंजों में 1 हजार से अधिक पुलिस कर्मचारी पदोन्नति में असमानता के चलते 10 वर्ष से पिछड़े हुए हैं। जो बैचमेट होते हुए भी समान अवधि में अन्य पुलिस रेंज व कमिश्नर रेट में मिली पदोन्नति की अपेक्षा एक रैंक पीछे चल रहे हैं। समान पदोन्नति के हकदार होते हुए भी वह हक से वंचित रहने पर विवश है।

विशेष बात है कि बीते कुछ माह से इन पुलिस कर्मचारियों में उम्मीद जगी हुई थी कि शायद चुनाव से पहले उनकी इस बहुत पुरानी विकट समस्या का समाधान हो जाएगा, लेकिन लोकसभा चुनाव की किसी भी वक्त घोषणा होने की संभावना के चलते एक बार फिर मामला लटकता नजर आ रहा है। इसका मुख्य कारण इन दोनों पुलिस रेंज में हवलदार से एसआई तक के स्वीकृत पदों की संख्या की भारी कमी होना एकमात्र कारण है।